अंक 02: भौतिकवादी जगत में विलासिता से जीने की इच्छा व उस पर होने वाले अत्याधिक खर्च से परेशानी होगी। स्वास्थ्य के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। अनुकूलता के लिए प्रातःकाल धार्मिक पुस्तक का पठन करें।
अंक 03: परिवार के साथ संवाद कायम रहने से अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा पाएंगे। नये व्यक्तियों से परस्पर मेलजोल का व्यावसायिक लाभ लेने में कठीनाई आएगी। अनुकूलता के लिए अपशब्दों के उपयोग से बचकर रहें।
अंक 04: संपत्ति में अल्प समय के लिए तेजी रहने से त्वरित निर्णय लेने की जरूरत पड़ेगी। युवावर्ग को भाग्य के भरोसे काम करने की बजाए कर्म की प्रधानता को स्वीकारना होगा। अनुकूलता के लिए घर में पवित्र जल का छिड़काव करें।
अंक 05: व्यापार में नफा-नुकसान से परे हटकर अपने कर्म की ओर ध्यान देने की जरूरत है। उच्चाधिकारी वर्ग को अपने व्यवहार की पुनः समीक्षा करने की जरूरत रहेगी। अनुकूलता के लिए शनिदेव का जलाभिषेक करें।
अंक 06: एक जैसा काम करते रहने से बोझिलता बढ़ेगी व काम के स्वरूप में व्यापक बदलाव की जरूरत रहेगी। मन इच्छित कार्यों के समय पर पूरा होने से पूर्ण आत्मसंतोष रहेगा। अनुकूलता के लिए देवालय में प्रात:काल दीपक लगाएं।
अंक 07: जीवन के महत्वपूर्ण मौको पर आए उतार-चढ़ाव में दैनिक पूजन कर्म का प्रभाव देखने को मिलेगा। अपनी बेबाकी के चलते पदोन्नति व अधिकारों में कटौती के योग बनते हैं। अनुकूलता के लिए जरूरतमंद को भोजन कराएं।
अंक 08: अपने द्वारा किये गए व्यापक प्रयास से बुजुर्गों की स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों में आशानुरूप सुधार होगा। अत्याधिक व्यस्तता व काम के बोझ से कार्यक्षमता प्रभावित होगी। अनुकूलता के लिए पीपल के वृक्ष की 5 परिक्रमा लगाएं।
अंक 09: नई जगह पर निवेश करने के अवसरों को अपने हाथों से जाने न दें। जरूरत के मुताबिक अर्थ की व्यवस्था होने से काम सुचारू रूप से होंगे व निरंतर गति बनी रहेगी। अनुकूलता के लिए उपयोग की हुई पूजन सामग्री घर में न रखें।