शनि से शुरू हुआ नववर्ष, जानिए कैसा रहेगा आपका भाग्य
Published: Mar 22, 2015 01:41:00 pm
चैत्र नवरात्रा शनिवार को शुरू होने के साथ ही इस बार वर्ष
का राजा भी शनि है जिससे सभी राशियों पर जबरदस्त असर देखने को मिलेगा
इस बार हिन्दू नववर्ष और चैत्र नवरात्रा दोनों ही शनिवार से शुरू हो रहे हैं। साथ ही इस बार वर्ष का राजा भी शनि है जिससे सभी राशियां खासी प्रभावित होंगी। जिन राशियों पर साढ़े साती और शनि की ढैय्या चल रही है वे भी शनि के असर से भाग्य परिवर्तन अनुभव करेंगे। नए वर्ष की लग्न कर्क है, जिसमें गुरू वक्री है तथा राजा शनि अपने शत्रु मंगल की राशि वृश्चिक में रहेगा जिससे सभी राशियों पर मंगल का भी असर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
मेष (चू, च, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ): सप्ताहारंभ कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है क्योकि चंद्रमा राशि से बारहवें चल रहे हैं। बुधवार के दोपहर बाद, शुभ समाचार आपको मिल सकता है। जिससे आपकी परेशानी हल होगी। शुक्रवार, शनिवार बाहर की यात्रा की ओर संकेत कर रहे हैं, जो आने वाले समय में लाभ की स्थिति बनाएंगे। प्रयास करते रहें।
अनुकूल सलाह : जल्दबाजी में लिए गए निर्णय आर्थिक हानि दे सकते हैं, ध्यान रखें।
वृष (इ, उ, ए, ओ, वा, वि, वू, वे, वो): नक्षत्र-चंद्रमा की स्थिति आपको अनुकूलता दे रही है। सोम, मंगल, बुध व्यवसायिक एवं आर्थिक लाभ के संकेत दे रहे हैं। सुदूर प्रांत से व्यापारिक समाचार प्राप्त होगा, जो आपके कार्य में नया आयाम देगा। इस समय आप अपनी योजनाओं को सकारात्मकता से लेते हुए राहत का अनुभव करेंगे।
अनुकूल सलाह : आने वाले लाभ के लिए सुनियोजित योजना पर ध्यान दें।
मिथुन (का, की, कू , घ, ड, छ, के, को, हा): आरंभ में ग्रहों की दृष्टि कार्य के संपादन में कुछ प्रतिकूलता का अनुभव करवाएगी किन्तु बुधवार, गुरूवार व शुक्रवार किसी विशेष मित्र के माध्यम से आपके कार्य करने के तरीके पर पुनर्विचार कर व्यावसायिक लाभ की स्थिति बनाएगी। बुध का राशि परिवर्तन भी इस सप्ताह में व्यावसायिक सफलता का संकेत दे रहा है।
अनुकूल सलाह : इस बात का ध्यान रखें कि कार्य करने का तरीका व्यवस्थित हो।
कर्क (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो): वृहस्पति का दृष्टि संबंध ग्रहों के आधार पर परिवार में आगे बढ़ने का रास्ता बना रहा है। छोटों से अपेक्षित सहयोग न मिलने से खिन्नता हो सकती है। बुध, गुरू विशेष लाभ देने वाले होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखते हुए छोटों से संबंध मधुर बनाए रखें क्योकि अन्तत: छोटे ही आपकी सहायता करेगे।
अनुकूल सलाह : व्यवहार में अपनापन रखना आवश्यक है। अहम् का त्याग करें।
सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे): आपकी राशि से चंद्रमा आठवां लगेगा, जो तीन ग्रहों की ग्रहण युति से ग्रस्त होगा। इस दृष्टि से सोम, मंगल व बुधवार को विशेष निर्णय न लें। ये परिवार-व्यापार मे दिक्कत दे सकते हैं। हालांकि गुरू, शुक्र व शनिवार को मानसिक शांति रहेगी, जो आपके कार्य तथा संबंधों को पुन: संतुलित करेगा।
अनुकूल सलाह : आर्थिक दृष्टिकोण के मामलों में इस सप्ताह सावधानी बरतें।
कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे,पो): राशि पर ग्रहण का प्रभाव आंशिक प्रभावित कर सकता है। व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ सकता है। मध्य में मानसिकता को धार्मिक दृष्टिकोण से संतुलित करके अनुकूलता प्राप्त की जा सकती है। राहू का गोचर आपकी राशि पर परिभ्रमण कर रहा है, जो निर्णय क्षमता को दुविधा मे डालता है, निकटस्थ से सही सलाह लेवे।
अनुकूल सलाह : अधिक सोचने से बचना होगा अन्यथा स्वास्थ्य प्रभावित होगा।
तुला (रा, री, रू, रे, री, ता, ती, तू, ते): सप्ताहारंभ में कार्य के अन्तर्गत कोई समाचार निर्णय लेने पर मजबूर कर सकता है कि आप वर्तमान कार्य को छोडे या नहीं। ग्रहों की खड़ाष्टक दृष्टि से मानसिकता प्रभावित हो सकती है क्योंकि ग्रहों का प्रभाव नकारात्मक है। रवि, सोम व मंगलवार को कोई भी शीघ्र निर्णय आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
अनुकूल सलाह : समय की प्रतीक्षा व धैर्य आपके निर्णय को उचित ठहराएगा।
वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू): शनि का वक्रत्व काल आपको राहत देगा तथा पुराने कार्य को आगे बढ़ाएगा। सप्ताह मध्य में आपके परिवार में कोई शुभ कार्य प्रसन्नता भी देगा। अब आपको यह जान लेना होगा कि जहां-जहां आप कमजोर पड़ रहे थे, वहां आपको अपनी बौद्धिक दक्षता दर्शानी होगी, जिससे आपको व्यावसायिक उन्नति प्राप्त हो सके।
अनुकूल सलाह : कार्य की लक्ष्यगत सफलता के लिए सोचने का प्रयास करें।
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे): चंद्रमा का गोचर नए सिरे से काम करने को मजबूर करेगा। सोम, मंगल व बुधवार को धार्मिक यात्रा के लिए बाहर जाना पड़ सकता है। राशि से ग्रहों का प्रभाव आपको बौद्धिक परिवर्तन के साथ आगे बढ़ाएगा। अपने वरिष्ठ से यात्रा का संदर्भ लाभ की दृष्टि से देखे। सप्ताहांत मे कोई विशेष प्रक्रिया लाभ प्रदान करा सकती है।
अनुकूल सलाह : नयापन लाने के लिए निरंतर प्रयास करना अत्यन्त आवश्यक है।
मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी): ग्रह गोचर में शनि के वक्री होने से लाभ की स्थिति बन रही है। पश्चिमोत्तर दिशा से शुभ समाचार व लाभ की स्थिति दिख रही है। नई चेतना के साथ कार्य को आगे बढ़ाएं। बुध, गुरू व शुक्रवार को परिवार में प्रसन्नता का माहौल रहेगा। अपने परिजनों को समय दें। कार्य में लाभ तथा सोच में सकारात्मता अनुभव होगी।
अनुकूल सलाह : अपने व्यक्तित्व में सकारात्मकता रखना लाभदायक होगा।
कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू,से, सो,दा): आरंभ के तीन दिन आपको बाहर के संबंधों से पुन: जोड़ने की स्थिति निर्मित करेंगे, जो पिछले काफी समय से छूटा हुआ था वह आपको वापस प्राप्त हो सकता है। बुध व गुरूवार ग्रहों का आंशिक दृष्टि संबंध आपके कार्य क्षेत्र में परिवर्तन दिखा रहा है। महिला वर्ग को इस दौरान कुछ मानसिक परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
अनुकूल सलाह : विचारों को विकास की दृष्टि से सामूहिक तौर पर आगे बढ़ाएं।
मीन (दी, दु, थ, दे, दो, चा, ची): चंद्रमा का प्रभाव राशि पर युतिक्रत ग्रहण का प्रभाव दर्शा रहा है। रवि, सोम व मंगलवार तक अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना जरूरी है, अन्यथा नुकसान होने की आशंका है। बुध, गुरू व शुक्रवार को मन में हल्कापन अनुभव करेगे, कार्य के संबंध में ऎच्छिक यात्रा का आनंद उठाएंगे एवं प्रसन्नता महसूस करेगे।
अनुकूल सलाह : बार-बार किसी विषय पर अधिक जोर देना नुकसान दे सकता है।