ग्रहण में लाल दिखा चंद्रमा, शनि की दशा बदलेगी लोगों की किस्मत
Published: Apr 05, 2015 10:27:00 am
यह चंद्रग्रहण अत्यंत कष्टदायी व अजीब संयोग वाला है, जानिए ग्रहण का आपकी राशि पर क्या होगा प्रभाव
आसमान में शनिवार को एक अद्भुत नजारा दिखाई दिया। इस नजारे को लोग चंद्रोदय व सूर्यास्त के दौरान शाम छह बजकर 55 मिनट से छह बजकर 56 मिनट के दौरान दो लगभग मिनट तक लोगों ने निहारा। इस दौरान पूर्ण चंद्रग्रहण होने के चलते पूरा चंद्रमा लाल रंग का दिखाई दिया। खगोलविदों का कहना है कि यूं तो लाल रंग का चंद्रमा साल में दो बार देखने को मिलता है, लेकिन चंद्रोदय व सूर्यास्त के दौरान जब चंद्रमा पूरा हो उस समय उसका लाल रंग में दिखने का अवसर बहुत कम ही आता है।
गुजरात साइंस सिटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.नरोत्तम साहू ने बताया कि इसका अध्ययन करने के लिए टेलीस्कॉप लगाया। उनके अनुसार चंद्रग्रहण शनिवार दोपहर दो बजकर 31 मिनट से शुरू हुआ व रात आठ बजकर 29 मिनट पर खत्म हुआ। जिसमें करीब पांच बजकर 58 मिनट का ये चंद्रग्रहण था, लेकिन लाल रंग का चंद्रमा अहमदाबाद व गुजरात में सिर्फ चंद्रोदय व सूर्यास्त के दो मिनट के दौरान ही दिखाई दिया। ऎसा इसलिए हुआ क्योंकि इस दौरान चंद्रमा पूरे आकार का था।
इस दौरान सूर्य, पृथ्वी व चंद्रमा तीनों ही एक सीध में थे। इस कारण पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढंक लेती है, जिससे सूर्य की किरणों की छाया चंद्रमा पर इस तरह पड़ती है कि वो लाल रंग का दिखाई देता है। साहू ने बताया कि इसके अलावा स्पेस स्टेशन में भी शनिवार को दो बार दिखाई दिया। सुबह 4 बजकर 44 मिनट पर केवल एक मिनट के लिए दिखा लेकिन रात में ये 7 बजकर 34 मिनट से 7 बजकर 40 मिनट तक दिखाई दिया।
अत्यंत कष्टदायी और अजीब संयोग वाला था चन्द्रग्रहण
ज्योतिषाचार्य गणेश दत्त त्रिपाठी ने बताया कि यह चंद्रग्रहण अत्यंत कष्टदायी व अजीब संयोग वाला है। ग्रहण मेष, कर्क, वृश्चिक, धनु, राशि वालों के लिए लाभदायक, वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, तुला, मकर, कुंभ, मीन राशि वालों के लिए कष्टदायी होगा।
त्रिपाठी ने कहा कि सूतक व ग्रहण काल में दान, जप, पाठ, मंत्र, सिद्धि, तीर्थस्नान, कीर्तन आदि में ग्रहण का प्रकोप कम हो जाता है। ग्रहण काल में मूर्ति स्पर्श करना, अनावश्यक खाना-पीना, मैथुन, निद्रा से बचना चाहिए। बालक, वृद्ध, रोगी, गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से भोजन, दवाई लेने से कोई दोष नहीं लगता। खाने-पीने की वस्तुओं में कुशा रखें। ज्योतिषाचार्य ने कहा कि ग्रहण काल में हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए और ग्रहण के बाद स्नान अवश्य कर लेना चाहिए।
जानिए आपकी राशि पर क्या होगा प्रभाव:
मेष – शत्रु पक्ष से सावधानी रखें।
वृषभ – संतान पक्ष एवं आर्थिक क्षेत्रों में सावधानी की आवश्यकता।
मिथुन – करियर, व्यापार, सर्विस से संबंधित क्षेत्रों में सावधानी रखें।
कर्क – उच्चस्थ अधिकारियों से सावधानी की जरूरत।
सिंह – आर्थिक क्षेत्र से सावधानी रखें।
तुला – लाभ होने की संभावना है लेकिन फिर भी सावधानी रखें।
वृश्चिक – कार्य क्षेत्र से संबंधित सावधानी रखें।
धनु – समस्त क्षेत्रों में सावधानी रखने की आवश्यकता।
मकर – व्यापार व कार्य से संबंधित सावधानी रखें।
कुंभ – लाभ के आसार लेकिन सावधानी रखना जरूरी। इसके साथ ही कन्या व मीन राशि को विशेष सावधानी रखी होगी।