नक्षत्र: अश्विनी ‘क्षिप्र व तिङ्र्यंमुख’ संज्ञक नक्षत्र सायं ५.५१ तक, तदन्तर भरणी ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। अश्विनी गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र भी है। अत: अश्विनी नक्षत्र में जन्मे जातकों की मूल शांति करा लेना जातकों के हित में होगा। अश्विनी नक्षत्र में यात्रा, अलंकार, औषध, विद्या व कलादि कार्य करने योग्य हैं।
योग: हर्षण नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि १०.३२ तक, तदुपरान्त वज्र नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। वज्र नामक योग की प्रथम तीन घटी शुभ कार्यों में त्याज्य हैं। करण: तैतिल नामकरण प्रात: ८.५१ तक, तदुपरान्त गर-वणिजादिक करण तथा अंतरात्रि सूर्योदय पूर्व प्रात: ६.१८ से भद्रा प्रारम्भ हो जाएगी।
शुभ विक्रम संवत् : 207४
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 193९
हिजरी संवत् : 143९, मु.मास: मुहर्रम-१६
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद्
मास : कार्तिक।
पक्ष : कृष्ण। शुभ मुहूर्त: आज अश्विनी नक्षत्र में यथा आवश्यक विपणि-व्यापारारम्भ का शुभ मुहूर्त है।
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 193९
हिजरी संवत् : 143९, मु.मास: मुहर्रम-१६
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद्
मास : कार्तिक।
पक्ष : कृष्ण। शुभ मुहूर्त: आज अश्विनी नक्षत्र में यथा आवश्यक विपणि-व्यापारारम्भ का शुभ मुहूर्त है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ७.५३ से प्रात: ९.२० तक शुभ तथा दोपहर १२.१५ से सायं ४.३६ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर ११.५१ से दोपहर १२.३८ तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज अशून्य शयन व्रत तथा गुरु रामदास जयंती (प्राचीन मत से) है।
चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मेष राशि में रहेगा। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। पर आज मेष राशि के चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा की यात्रा में सम्मुख रहेगा। यात्रा में सम्मुख चन्द्रमा धनलाभ कराने वाला व शुभ माना गया है।
चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि मेष राशि में रहेगा। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। पर आज मेष राशि के चन्द्रमा का वास पूर्व दिशा की यात्रा में सम्मुख रहेगा। यात्रा में सम्मुख चन्द्रमा धनलाभ कराने वाला व शुभ माना गया है।
राहुकाल: प्रात: ९.०० से १०.३० बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है। आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (चो, ला, लि, लू, ले) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मेष है। जन्म स्वर्णपाद से हुआ है। अत: स्वास्थ्य की दृष्टि से स्वस्थ व निरोगी रहे, इसलिए कुछ दान-पुण्यादि कर देना जातकों के हित में होगा। ये सत्य बोलने, सदा कार्यों में व्यस्त रहने वाले, सुंदर, ऐश्वर्यवान, दक्ष, बुद्धिमान, अलंकारप्रिय, बहादुर और जनप्रिय होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग २० वर्ष की आयु तक हो जाता है। मेष राशि वाले जातकों को आज कुछ तनाव से गुजरना पड़ेगा। धन हानि से बचकर चलें।
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (चो, ला, लि, लू, ले) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मेष है। जन्म स्वर्णपाद से हुआ है। अत: स्वास्थ्य की दृष्टि से स्वस्थ व निरोगी रहे, इसलिए कुछ दान-पुण्यादि कर देना जातकों के हित में होगा। ये सत्य बोलने, सदा कार्यों में व्यस्त रहने वाले, सुंदर, ऐश्वर्यवान, दक्ष, बुद्धिमान, अलंकारप्रिय, बहादुर और जनप्रिय होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग २० वर्ष की आयु तक हो जाता है। मेष राशि वाले जातकों को आज कुछ तनाव से गुजरना पड़ेगा। धन हानि से बचकर चलें।