घर का वास्तु सही है या गलत, ऐसे जानें, इन उपायों से हटाएं वास्तु दोष
Published: Nov 24, 2015 12:47:00 pm
नए घर या फ्लैट का वास्तु सही है या गलत, यह जानने का सबसे अच्छा तरीका है कि किसी भी नवजात शिशु को अपने नए घर में ले जाएं
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आपके नए घर या फ्लैट का वास्तु सही है या गलत, यह जानने का सबसे अच्छा तरीका है कि किसी भी नवजात शिशु को अपने नए घर में ले जाएं। अगर वह शिशु वहां घुसते ही रोता है तो इसका मतलब है की उस घर का वास्तु ठीक नहीं है या वहां पर नकारात्मक ऊर्जा अधिक है जो आपके लिए अच्छी नहीं है। अगर शिशु घर में घुसते ही हंसता या मुस्कराता है तो उस घर में सभी कुछ सही है। साथ ही, यदि आप उस घर में अकेले जाने पर अजीब सा महसूस करते हैं, आपका दम घुटने लगता है तो भी घर में वास्तु दोष हो सकता है।
इस वजह से भी होता है घर का वास्तु खराब
कई बार ऐसा भी होता है कि घर का वास्तु पूरी तरह से सही होता है फिर भी वहां जाने पर अजीब सा लगता है। कई बार ऐसे घरों में बिना कारण ही दम सा घुटने लगता है, इसका कारण वहां पर मौजूद नकारात्मक ऊर्जा होती है। इसका कारण घर के इतिहास में छिपा हो सकता है। संभव है उस घर में किसी ने आत्महत्या की हो, या किसी की हत्या हुई हो। इसके अलावा वहां घर बनने से पहले कोई श्मशान, कब्रिस्तान या फिर कोई अन्य प्राचीन भूतहा इमारत हो। कई बार घरों में भूत-प्रेतों की उपस्थिति में भी ऐसा अनुभव होता है।
घर के लोगों की वजह से भी खराब होता है वास्तु
इसके अलावा यदि उस घर में व्यभिचार होता हो या घर के रहने वाले अनैतिक आचरण करते हों अथवा वहां पर पैशाचिक साधनाएं की गई हो तो भी घर का वास्तु सही होने के बावजूद भी वहां नकारात्मक ऊर्जा विद्यमान होती है। इन सभी स्थितियों में घर का वास्तु सही करवाने की आवश्यकता होती है।
ऐसे सही करें घर का वास्तु
घर का वास्तु दोष खराब होने पर कई उपाय किए जाते हैं। इनमें सबसे सुरक्षित है घर में तुलसी का पौधा रखना या घर में नियमित रूप से पूजा-पाठ करना। यदि घर में प्रतिदिन पूजा होती है या एक माला भी गायत्री, महामृत्युंजय मंत्र अथवा भगवान शिव, विष्णु, गणेश, हनुमान तथा मां भगवती के मंत्रों का जाप होता है तो वहां घर का वास्तु खराब होते हुए भी अपना असर नहीं दिखा पाता। इसी तरह यदि घर में रहने वाले लोग मिलनसार, खुशमिजाज होते हैं तो भी घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।
सप्ताह में एक बार (शनिवार अथवा रविवार) को सेंधा नमक की कई डलियां (हरेक कम से कम 50 ग्राम की हो) लें और उसे रात को घर के अलग-अलग कोनों में रख दें। सुबह उठकर सूर्योदय के पूर्व ही उन डलियों को पास के किसी बहते नाले में प्रवाहित कर दें। वापस आकर स्नान कर लें। ध्यान दें कि जब आप घर से नमक ले जा रहे हो तो सामने घर का कोई भी व्यक्ति नहीं आना चाहिए। इसके साथ ही घर में रोजाना सुबह सेंधा नमक मिले पानी का पौंछा भी लगाना चाहिए।
हर मंगलवार या शनिवार को सायंकाल सुंदरकांड का सस्वर पाठ करने से भी घर का वास्तु दोष दूर होता है। इस उपाय से घर में रहने वाली नकारात्मक शक्तियां यथा भूत-प्रेत आदि भी दूर होते हैं। यदि यह संभव नहीं हो तो सप्ताह में कम से कम एक बार सामूहिक कीर्तन का आयोजन रखें।
घर के दरवाजों तथा केंद्र स्थल पर क्रिस्टल बॉल टांके। ध्यान रखें कि इस क्रिस्टल बॉल पर सूर्य की रोशनी पडऩी चाहिए ताकि वह इस रोशनी को पूरे घर में संचालित कर सके। इससे भी घर का वास्तु बिना तोड़-फोड़ के काफी हद तक सही हो जाता है और घर की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।