1-1 कॉल वाले गांवों पर फोकस जिले के चिन्हित 200 गांवों में 108 एंबुलेंस वालेंटियर्स बनाने का काम अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होगा। यह वे गांव हैं जहां से केवल एक-एक बार ही एंबुलेंस के कॉल सेंटर पर सुविधा मांगी गई है। इन गांवों में वहां के सरपंच अथवा सक्रिय युवाओं को वालेंटियर्स बनाया जाएगा। इन वालेंटियर्स के साथ ही उन गांवों के लोगों को 108 एंबुलेंस की सेवा लेने के तरीके भी बताए जाएंगे। वहीं सुविधा देने के एवज में राशि मांगने की शिकायत कहां होगी, इसकी भी जानकारी दी जाएगी। इन सभी वालेंटियर्स को समय-समय पर सम्मानित भी किया जाएगा।
जिले में हैं 16 वाहन जिले में कुल 16 वाहन हैं। इनमें 10 वाहन 108 एंबुलेंस के हैं और 16 वाहन जननी एक्सप्रेस हैं। इन वाहनों में होशंगाबाद शहर के लिए 2, इटारसी 1, केसला 1, सिवनी मालवा 1, बाबई 1, सोहागपुर 1, पिपरिया 1, बनखेड़ी 1 और पचमढ़ी में 1 एंबुलेंस उपलब्ध है। जननी एक्सप्रेस वाहनों को भी जिले में जरुरत के हिसाब से दिया गया है।जिले से प्रतिमाह 1200 कॉलहोशंगाबाद जिले से कंपनी के कॉल सेंटर पर करीबन 1200 कॉल हर महीने होते हैं। जो सीधे कंपनी के कॉल सेंटर में दर्ज होते हैं। इनमें बनखेड़ी, पिपरिया,सोहागपुर, सिवनी मालवा, होशंगाबाद औ इटारसी से सबसे ज्यादा मामले आते हैं। वहीं आदिवासी ब्लॉक केसला और पचमढ़ी से बहुत ही कम मामले 108 एंबुलेंस के कॉल सेंटर पर दर्ज होते हैं। 108 एंबुलेंस सिस्टम का जिला प्रबंधन इस सुविधा को ज्यादा से ज्यादा लोगों से जोडऩे के लिए नए-नए प्रयोग कर रहा है।
प्रतिमाह औसतन केसों पर नजर होशंगाबाद-150 इटारसी-140 सिवनी मालवा-130 पिपरिया- 150 सोहागपुर-130 बनखेड़ी-150 केसला-110 पचमढ़ी-60 किसने क्या कहा हमने जिले में 200 गांवों को चिन्हित किया है जहां पर वालेंटियर्स तैयार करेंगे। इसकी वजह यह है कि उन गांवों से महज एक-एक बार ही कॉल आई है। इससे वहां के जरुरतमंद लोगों को निशुल्क इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा। अप्रैल से वालेंटियर्स बनाने के प्रोजेक्ट पर काम चालू हो जाएगा।
भरत पालीवाल, जिला प्रभारी 108 एंबुलेंस