अनुमति नहीं, फिर भी चल रही थी खदान
यह अवैध उत्खनन भोपाल की शिव इंटरप्राइजेज द्वारा किया जा रहा था। कोलार रोड निवासी शिवम त्रिवेदी ने यह खदान ली है लेकिन वे अब तक सिया की अनुमति पेश नहीं कर पाए हैं। यह पेश नहीं करने तक उन्हें उत्खनन की अनुमति नहीं थी, इसके बाद भी वह चोरी-छिपे अवैध उत्खनन किया जा रहा था।
एक पुलिस अफसर का संरक्षण
भोपाल के एक पुलिस अधिकारी का शिव इंटरप्राइजेज के ऊपर हाथ है। यह अधिकारी पहले भी विवादों में रह चुके हैं। कंपनी के प्रमुख शिवम त्रिवेदी भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से हैं। सूत्रों ने बताया कि अधिकारी के इशारे पर खनिज विभाग अवैध उत्खनन को अनदेखा करता आ रहा था।
पुलिस को देख डंपर छोड़ भागे ड्राइवर
सुबह ९ बजे के आसपास जैसे ही रेत खदान कि ओर पुलिस को आता देखा तो चालक डंपर छोड़ भाग गए, लेकिन कुछ ड्राइवर पकडे़ गए। उनकी मदद से डंपर थाने लाए गए। बाहर के ड्राइवरों की मदद ली गई। मैकेनिक और बाहर से ड्राइवरों को बुलाकर १४ डंपर और जेसीबी मशीन को देहात थाने के पीछे भेजा गया। यह कार्रवाई शाम के ५ बजे तक निरंतर चलती रही।
यह अवैध उत्खनन भोपाल की शिव इंटरप्राइजेज द्वारा किया जा रहा था। कोलार रोड निवासी शिवम त्रिवेदी ने यह खदान ली है लेकिन वे अब तक सिया की अनुमति पेश नहीं कर पाए हैं। यह पेश नहीं करने तक उन्हें उत्खनन की अनुमति नहीं थी, इसके बाद भी वह चोरी-छिपे अवैध उत्खनन किया जा रहा था।
एक पुलिस अफसर का संरक्षण
भोपाल के एक पुलिस अधिकारी का शिव इंटरप्राइजेज के ऊपर हाथ है। यह अधिकारी पहले भी विवादों में रह चुके हैं। कंपनी के प्रमुख शिवम त्रिवेदी भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से हैं। सूत्रों ने बताया कि अधिकारी के इशारे पर खनिज विभाग अवैध उत्खनन को अनदेखा करता आ रहा था।
पुलिस को देख डंपर छोड़ भागे ड्राइवर
सुबह ९ बजे के आसपास जैसे ही रेत खदान कि ओर पुलिस को आता देखा तो चालक डंपर छोड़ भाग गए, लेकिन कुछ ड्राइवर पकडे़ गए। उनकी मदद से डंपर थाने लाए गए। बाहर के ड्राइवरों की मदद ली गई। मैकेनिक और बाहर से ड्राइवरों को बुलाकर १४ डंपर और जेसीबी मशीन को देहात थाने के पीछे भेजा गया। यह कार्रवाई शाम के ५ बजे तक निरंतर चलती रही।
इंदौर हैं के ज्यादातर डंपर
कार्रवाई के दौरान पुलिस को ज्यादातर डंपर इंदौर पासिंग एमपी ०९ के मिले हैं। पुलिस का कहना है कि खनिज विभाग पूरे मामले में कार्रवाई कर रहा है। जांच के दौरान ही इनके मालिकों के बारे में पता लगेगा।
कार्रवाई की है
हमें सुबह से ही बांद्राभान की खदान क्रमांक ४ से अवैध उत्खनन कि जानकारी लग गई थी। एेसे में विभाग ने छापामार कार्रवाई कर १४ डंपरों और एक जेसीबी को जब्त किया है। इसमें से करीब ८ डंपर भर चुके थे। जबकि अन्य भरे जाने के इंतजार में थे।
अरविंद सक्सेना, एसपी
नहीं ली थी अनुमति
बांद्राभान कि यह खदान भोपाल के शिवम त्रिवेदी के नाम से आवंटित है, अभी खदान को शुरू करने के पहले सिया कि अनुमति को दिखाया जाना था। लेकिन इसके बिना ही खदान से उत्खनन शुरू कर दिया गया।
शशांक शुक्ला, जिला खनिज अधिकारी होशंगाबाद
कार्रवाई के दौरान पुलिस को ज्यादातर डंपर इंदौर पासिंग एमपी ०९ के मिले हैं। पुलिस का कहना है कि खनिज विभाग पूरे मामले में कार्रवाई कर रहा है। जांच के दौरान ही इनके मालिकों के बारे में पता लगेगा।
कार्रवाई की है
हमें सुबह से ही बांद्राभान की खदान क्रमांक ४ से अवैध उत्खनन कि जानकारी लग गई थी। एेसे में विभाग ने छापामार कार्रवाई कर १४ डंपरों और एक जेसीबी को जब्त किया है। इसमें से करीब ८ डंपर भर चुके थे। जबकि अन्य भरे जाने के इंतजार में थे।
अरविंद सक्सेना, एसपी
नहीं ली थी अनुमति
बांद्राभान कि यह खदान भोपाल के शिवम त्रिवेदी के नाम से आवंटित है, अभी खदान को शुरू करने के पहले सिया कि अनुमति को दिखाया जाना था। लेकिन इसके बिना ही खदान से उत्खनन शुरू कर दिया गया।
शशांक शुक्ला, जिला खनिज अधिकारी होशंगाबाद