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उत्तरप्रदेश के 150 मजदूरों को घर पहुंचाने बुलाया, मेडिकल जांच के बाद बोले- बाद में भेजेंगे

locationहोशंगाबादPublished: May 02, 2020 02:20:56 pm

Submitted by:

poonam soni

ऐन वक्त पर दूसरे राज्य से संपर्क किया तो नहीं मिली भेजने की अनुमति
 

उत्तरप्रदेश के 150 मजदूरों को घर पहुंचाने बुलाया, मेडिकल जांच के बाद बोले- बाद में भेजेंगे

उत्तरप्रदेश के 150 मजदूरों को घर पहुंचाने बुलाया, मेडिकल जांच के बाद बोले- बाद में भेजेंगे

होशंगाबाद. लॉकडाउन में जिला प्रशासन की शुक्रवार को एक और लापरवाही सामने आई, जब जिले में रह रहे उत्तरप्रदेश के मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए बुला लिया गया। उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी हो गया, लेकिन शाम को यह कहते हुए वापस लौटा दिया कि अब बाद में भेजेंगे। दरअसल जिला प्रशासन ने इसकी पहले से पूरी तैयारियां नहीं की और अनन-फानन में भेजने का निर्णय ले लिया। इससे पहले न तो नोडल अधिकारी नियुक्त किया और न ही उत्तरप्रदेश में दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों को प्रवेश देने के लिए अधिकृत किए गए अधिकारी से ही कोई समन्वय बनाया। होशंगाबाद से बस रवाना करने से पहले उत्तरप्रदेश के अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने अभी मजदूरों को यह कहकर भेजने से मना कर दिया कि पहले ही बड़ी संख्या में यहां लोगों के पहुंचने से अव्यवस्था हो गई है, इस कारण बाद में भेजें।
मजदूरों को नहीं भेजा घर
जिला प्रशासन के बुलावे पर करीब 150 मजदूर उत्तरप्रदेश अपने घर जाने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे थे। बाद में सूचना पर करीब 20 मजदूर और आ गए थे। इनमें से 146 मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण भी करा लिया गया था। इन्हें भेजने के लिए शुक्रवार को बसों को अनुमति दी गई और दोपहर तक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। लेकिन जब बस रवानगी का समय आया तो उत्तरप्रदेश सरकार के नोडल अधिकारी से संपर्क साधा गया तो उन्होंने पहले से बड़ी संख्या में दूसरे जिलों से मजदूरों के आ जाने के कारण अव्यवस्था होने का हवाला देकर भेजने की सहमति नहीं दी। अपर कलेक्टर जीपी माली ने बताया कि अगले एक-दो दिनों में हालात सामान्य होने के बाद मजदूर परिवारों को घर भेज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में करीब डेढ़ हजार से अधिक दूसरे राज्यों खासकर यूपी के मजदूर हैं। हमने तैयारियां कर ली थी, लेकिन यूपी के नोडल ऑफिसर ने जानकारी दी कि पहले से पहुंची बसों के कारण वहां अव्यवस्था हो गई है। इसलिए इन्हे भेजने के निर्णय स्थगित कर दिया गया है। यूपी सरकार को इंटर स्टेट की व्यवस्था को एक दो हफ्ते तक चलाना था। दो दिन बाद इन्हें मजदूर परिवारों को भेजा जाएगा।

इटारसी से एक भी मजदूर नहीं होगा सवार
इटारसी स्टेशन मैनेजर राजीव चौहान के अनुसार आने वाली ट्रेन नासिक से लखनऊ जाएगी। ट्रेन नासिक से शुक्रवार रात करीब 8 बजे चली है जो सुबह3 बजे इटारसी पहुंचेगी। ट्रेन यहां 10 मिनट रुकेगी। उन्होंने बताया कि टे्रन में जिले के कोई भी मजदूर सवार नहीं होंगे।

कई मकान खाली करके आए थे
घर जाने के कारण कई मजदूर किराए का मकान खाली करके आ गए थे। इस कारण इन्हें बीटीआई ज्ञानोदय आवासीय स्कूल में मजदूरों को ठहराया गया है। इनमें अधिकांश मजदूर ठेकेदारों के यहां शरण लिए हुए थे, लेकिन ठेकेदारों ने इन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया था। एएनएचआई के ठेकेदार के पास ही 1000 मजदूर काम कर रहे थे।
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