चार साल से स्टोर के ताले में कैद 20 लाख के उपकरण
होशंगाबादPublished: Jan 02, 2017 12:24:00 pm
जिला अस्पताल के स्टोर में बंद है उपकरण, मरीजों को नहीं मिल पा रही सुविधा
होशंगाबाद। जिला अस्पताल में चार साल पहले खरीदे गए करीब 20 लाख रुपए के जीवन रक्षक उपकरण स्टोर रूम में रखे कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। उपकरण का इंस्टॉलेशन नहीं होने से मरीजों को सुविधा नहीं मिल पा रही है। इससे वे निजी अस्पतालों पर आश्रित हैं। इनका उपयोग नहीं होने से मशीनें खराब भी हो रही हैं।
पैकिंग ही नहीं खुली
जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लाखों रुपए के उपकरणों की खरीदी की गई थी। ये उपकरण खरीदी के बाद से इंस्टॉल ही नहीं हो सके। एेसे उपकरण की खरीदी करना किसी निजी अस्पताल के लिए एक सपने जैसा होता है।
वाइपेप मशीन
इस मशीन की कीमत करीब 12 लाख के आसपास है। इस उपकरण को 2012 में खरीदा गया था। यह एक तरह का वेंटिलेटर है, जोकि हार्ट, दमा और सांस लेने में किसी तरह कि परेशानी होने पर लाइफ सपोर्ट के काम आता है। इसे अभी तक इंस्टॉल नहीं कराया गया है।
पंप-सिरिंज, एवीजी
इस पंप सिरिंज और एवीजी मशीन की खरीदी 2012 में की गई थी। इसे इसके बाद से निकाला ही नहीं गया। इसकी कीमत ही करीब चार से पांच लाख के आसपास बताई जा रही है। इसके इंस्टॉलेशन की जरूरत ही नहीं है, लेकिन इसका उपयोग ही नहीं किया जा सका।
सीसीयू यूनिट
जिला अस्पताल के एनसीड़ी में सीसीयू यूनिट पूरी तरह से तैयार है। इसमें आधुनिक उपकरण भी लगाए गए हैं। बीपी, ऑक्सीजन सेचुरेशन की मॉनीटरिंग के लिए मॉनीटर मशीनें भी हैं। आईसीयू में लगाए गए पलंग की कीमत ही करीब 50 हजार से ऊपर है।
सुधार के लिए कदम उठाएंगे….
जिले की व्यवस्थाओं को देख रहा हूं, जैसे-जैसे जानकारी मिल रही है। वैसे ही हम उसमें सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं।
डॉ. दिलीप कटेलिहा, सीएमएचओ होशंगाबाद