मरीजों के अस्पताल खतरनाक
जिला अस्पताल के पुराने भवन में मेल मेडिकल की छत पर 3 हजार लीटर पानी की टंकी थी। तत्कालीन कलेक्टर संकेत भोंडवे ने पीडब्ल्यूडी को टंकी की मरम्मत के निर्देश दिए थे। लेकिन जब पीडब्ल्यूडी की टीम अस्पताल के निरीक्षण के निरीक्षण के लिए गई तो भवन के पिल्लर काफी कमजोर मिले। इसके कारण पानी की टंकी में सुधार के स्थान पर तुरंत तोडऩे के निर्देश दिए गए। साथ ही अस्पताल को जल्द खाली करने को कहा गया।अंग्रेजों के शासन में तैयार हुआ था अस्पताल
जिला अस्पताल 1901 में अंग्रेजों के शासन काल में तैयार हुआ था। अस्पताल को बनाने के लिए समाज सेवी और अंग्रेजी सरकार के अधिकारियों से चंदा एकात्रित किया था। इसके बाद अस्पताल का लगातार विस्तार होता गया। अभी जिस भवन को जर्जर घोषित किया है, उसे बने लगभग बने सौ साल से अधिक का समय हो गया। जिला अस्पताल के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ.रवींद्र गंगराडे ने बताया कि भवन को सौ वर्ष से अधिक का समय हो गया है।