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25 लोगों की जा चुकी है याददाश्त, कहीं आप तो नहीं हो रहे भूलने की बीमारी का शिकार

locationहोशंगाबादPublished: Sep 21, 2018 02:11:04 pm

Submitted by:

poonam soni

यह सावधानियां बरतें तो नहीं होगी यह खबरनाक बीमारी

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25 लोगों की जा चुकी है याददाश्त, कहीं आप तो नहीं हो रहे भूलने की बीमारी का शिकार

होशंगाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को जो बीमारी थी, वह होशंगाबाद जिले में २५ लोगों को पिछले नौ महीने में हुई है। इस बीमारी से अब लोगों की याददाश्त गुम हो रही है। बीते नौ महीने में ही होशंगाबाद के 25 लोगों को याददाश्त खोने की बीमारी हो गई। यानि वे अल्जाइमर से पीडि़त हो गए। इसमें याददाश्त की कमी होना, निर्णय न ले पाना और बोलने में दिक्कत आने की समस्या होती है। यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है, जिसकी सबसे बड़ी वजह बदलती लाइफ स्टाइल है। मेडिकल ऑफिसर डॉ. आर.के वर्मा बताते है कि भूलने की यह बीमारी ज्यादातर 60 साल से ऊपर बाले व्यक्तियों में होती है। जिला अस्पताल में हर दिन एक मरीज अल्जाइमर से पीडि़त पहुंचता है। साल 2018 में अब तक इसके 25 मरीज सामने आ चुके हैं।
ब्रेन सेल को करती है कमजोर

तनाव की वजह से ब्रेन सेल कमजोर हो जाती हैं। साथ ही लगातार काम करने और शरीरिक रूप से अनफिट रहने से इसका खतरा और भी बढ़ जाता है। बीपी, डायबिटीज के रोगियों में इसका खतरा ज्यादा होता है। ये बीमारी ज्यादातर तनाव और एकल परिवार के बढऩे से भी होती है। यह बीमारी ज्यादातर 60 साल से ऊपर बाले व्यक्तियों में होती है।
ये हैं बचाव के उपाए

इससे बचने के लिए प्रतिदिन व्यायाम, नियमित नींद, पोषण आहार लेना चाहिए। साथ ही अनावश्यक तनाव भी न लें। डिमेंशिया और अल्जाइमर से बचने के लिए स्वस्थ और संतुलित भोजन बेहद जरूरी है, आहार में ताजा फल, सब्जी, मछली, दूध, अंडे का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें।
परिवार और मित्रों के साथ रहें

मनोरोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लोगों के बीच रहना चाहिए। जितना हो सके परिवार, मित्र, बच्चों के साथ वक्त गुजारने से डिमेशिया और अल्जाइमर का खतरा कम होता है।डॉ. राजेन्द्र बैरागी, मनोरोग विशेषज्ञ

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