scriptसरकारी स्कूलों के हाल बेहाल, यहां बिना शिक्षकों के 32 स्कूलों के छात्र | 32 teachers do not have teachers | Patrika News

सरकारी स्कूलों के हाल बेहाल, यहां बिना शिक्षकों के 32 स्कूलों के छात्र

locationहोशंगाबादPublished: Dec 30, 2017 11:48:55 am

Submitted by:

sandeep nayak

युक्तियुक्तकरण नहीं होने से स्कूलों को नहीं मिल पाया एक भी शिक्षक

32 teachers do not have teachers

32 teachers do not have teachers

होशंगाबाद। सरकारी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बदहाल है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया पूरी नहीं होने से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं। आलम यह है कि जिले के ३२ (१० प्राथमिक व २२ माध्यमिक) स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं हैं। बिना शिक्षक के स्कूलों में पढ़ाई भगवान भरोसे चल रही है। इन स्कूलों में १ हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। युक्तियुक्तकरण नहीं होने से स्कूलों को नहीं मिल पाया एक भी शिक्षक।
इन प्राथमिक स्कूलों में नहीं शिक्षक
बाबई की नया ग्राम, होशंगाबाद की कूल्हड़ा, केसला ब्लॉक की खेरा, झांकरी, रामपुर, बैंट, बांसपानी, भालचंद ढाना व घानाघाट प्राथमिक शालाओं में एक भी शिक्षक नहीं हैं।

इन माध्यमिक शालाओं में नहीं शिक्षक
सिवनीमालवा ब्लॉक की भावंदा, निरखी, खल, फरीदपुर, देढ़ी, आमाकटारा, दाविदा टोला, बांदरखोह, केसला ब्लॉक की धुरगाड़ा, लालपानी, चीपखेड़ा, जामुनडोल, मांदीखोह, बनखेड़ी ब्लॉक की जासरवानी, डुंगरिया, धारपुरा, कलंगवा, रिदेग, बारदी, महाराजगंज, पिपरिया ब्लॉक की नादिया, नंदवारा, खेरीखुर्द, सोहागपुर ब्लॉक की तेलसिर, मालनी, निवारी व नया चूरना माध्यमिक शाला में एक भी शिक्षक पदस्थ नहीं हैं।
हाईस्कूल की दूरी सात किलोमीटर होना चाहिए
जिले की ३२ माध्यमिक शालाओं का उन्नयन कर उन्हें हाईस्कूल बनाना है। इस संबंध में पहले जीआईएस सर्वे कराया गया था। सर्वे के दौरान गूगल द्वारा निकटतम स्कूलों की बताई गई दूरी वस्तविक स्थिति से भिन्न है। इस संबंध में बीते दिनों सभी संबंधित स्कूल प्राचार्यों की बैठक बुलाई गई थी। शालाओं को उन्नत करने के लिए निकटतम हाईस्कूल की दूरी सात किलोमीटर होना चाहिए। अब माध्यमिक शाला की कक्षा आठवीं में कम से कम ३० बच्चे होना चाहिए और स्कूल में न्यूनतम ७० विद्यार्थी होना अनिवार्य है।
शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी…
शून्य शिक्षकीय शालाओं के संबंध मेंं योजना समिति की बैठक में अधिकारियों की सामने प्रस्ताव रखा जाएगा। प्रस्ताव पर कार्रवाई हुई तो स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी।
एसएस पटेल, डीपीसी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो