लाड़ली के नाम से जमा होते हैं। इसके साथ ही कक्षा छटवीं से लेकर कक्षा बारहवीं में प्रवेश पर 2 हजार से लेकर 6 हजार कुल 18 हजार रुपए की छात्रवृत्ति राशि भी दी जा रही है। जिले में इस वर्ष 2022 में कुल लक्षित 5 हजार 812 बालिकाओं के पंजीयन कर इन्हें लाड़ली लक्ष्मी बनाया जा रहा है। इसमें से अब तक 4 हजार 921 बालिकाओं को योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जा रहा।
किस कक्षा प्रवेश पर कितनी राशि मिल रही
जिला महिला बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा छटवीं में प्रवेश पर पंजीकृत लाड़ली लक्ष्मी (बालिका) को 2 हजार रुपए, कक्षा नवमीं में प्रवेश पर 4 हजार रुपए, कक्षा ग्यारवीं में प्रवेश पर 6 हजार रुपए एवं कक्षा बारहवीं में प्रवेश पर 6 हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।
जिले में ये है लाड़ली लक्ष्मी योजना की स्थिति
ब्लॉक - वार्षिक लक्ष्य - उपलब्धि
माखननगर: 641 : 619
केसला : 547 : 507
बनखेड़ी: 595 : 492
सोहागपुर: 667 : 534
पिपरिया : 811 : 652
नर्मदापुरम(ग्रामीण): 526 : 466
नर्मदापुरम(शहरी ): 631 : 472
इटारसी : 465 : 424
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किस कक्षा प्रवेश पर कितनी राशि मिल रही
जिला महिला बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा छटवीं में प्रवेश पर पंजीकृत लाड़ली लक्ष्मी (बालिका) को 2 हजार रुपए, कक्षा नवमीं में प्रवेश पर 4 हजार रुपए, कक्षा ग्यारवीं में प्रवेश पर 6 हजार रुपए एवं कक्षा बारहवीं में प्रवेश पर 6 हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।
जिले में ये है लाड़ली लक्ष्मी योजना की स्थिति
ब्लॉक - वार्षिक लक्ष्य - उपलब्धि
माखननगर: 641 : 619
केसला : 547 : 507
बनखेड़ी: 595 : 492
सोहागपुर: 667 : 534
पिपरिया : 811 : 652
नर्मदापुरम(ग्रामीण): 526 : 466
नर्मदापुरम(शहरी ): 631 : 472
इटारसी : 465 : 424
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योग: 5812 : 4921
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(लांभान्वित बेटियों का प्रतिशत 84.67 )
ये है योजना के लाभ की पात्रता
विभाग के मुताबिक जिन बालिकाओं को योजना से लाभान्वित किया जाता है। उसमें पात्रता में उसके माता-पिता मप्र के मूल निवासी हों, बालिका के जन्म के एक वर्ष के भीतर आवेदन प्रस्तुत हुआ हो, बालिकाओं के माता-पिता आयकर दाता न हो। आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीयन अनिवार्य है। दूसरी बालिका के प्रकरण आवेदन करने से पूर्व माता-पिता ने परिवार नियोजन को अपना लिया हो।
इनका कहना है...
जिले में लाड़ली लक्ष्मी योजना में वर्ष 2007 से अब तक करीब 74 हजार 824 बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। इस वर्ष 2022 में 5 हजार 812 के लक्ष्य की तुलना में 4 हजार 921 बालिकाओं को जोड़ा गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक के माध्यम से कवर्ड एवं अनकवर्ड क्षेत्र का सर्वे एवं गृह भेंट कर नवीन पात्र बालिका हितग्राहियों का चिन्हांकन करते हुए योजनान्तर्गत पंजीयन जारी है। 17 मार्च से विशेष अभियान चलेगा।
-ललित कुमार डेहरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला-बाल विकास विभाग नर्मदापुरम।
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(लांभान्वित बेटियों का प्रतिशत 84.67 )
ये है योजना के लाभ की पात्रता
विभाग के मुताबिक जिन बालिकाओं को योजना से लाभान्वित किया जाता है। उसमें पात्रता में उसके माता-पिता मप्र के मूल निवासी हों, बालिका के जन्म के एक वर्ष के भीतर आवेदन प्रस्तुत हुआ हो, बालिकाओं के माता-पिता आयकर दाता न हो। आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीयन अनिवार्य है। दूसरी बालिका के प्रकरण आवेदन करने से पूर्व माता-पिता ने परिवार नियोजन को अपना लिया हो।
इनका कहना है...
जिले में लाड़ली लक्ष्मी योजना में वर्ष 2007 से अब तक करीब 74 हजार 824 बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। इस वर्ष 2022 में 5 हजार 812 के लक्ष्य की तुलना में 4 हजार 921 बालिकाओं को जोड़ा गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक के माध्यम से कवर्ड एवं अनकवर्ड क्षेत्र का सर्वे एवं गृह भेंट कर नवीन पात्र बालिका हितग्राहियों का चिन्हांकन करते हुए योजनान्तर्गत पंजीयन जारी है। 17 मार्च से विशेष अभियान चलेगा।
-ललित कुमार डेहरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला-बाल विकास विभाग नर्मदापुरम।