मावा जब्त करने के बाद बस ड्राइवर शंभू दयाल और कंडक्टर राजेश बनवारी भागने की फिराक में थे। इसी वजह से जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कोतवाली थाने फोन करके पुलिस बुला ली थी। जिसके बाद बस थाने लेकर गए और कार्रवाई की गई।
कार्रवाई से बचने बस कंडक्टर खाद्य सुरक्षा अधिकारी को गुमराह कर रहा था। पहले उसने नाम चिंटू फिर अभिषेक बताया। जब पुलिस थाने में उससे पूछताछ की गई तब उसने अपना सही नाम राजेश बनवारी बताया। जिसकी पुष्टि उसके आधार कार्ड से की गई।
बस का पीछा करके उसे रोका। जिससे 50 किलो संदेहास्पद मावा जब्त किया गया। मावे के साथ कोई बिल नहीं मिला है। बस मालिक, ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ प्रकरण बनाया है। जब्त मावे की जांच के लिए सेम्पल लैब भेज रहे हैं।
-शिवराज पावक, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी।