अतिक्रमण हटाने के बाद भी नहीं शुरू हुआ काम-
केसला में प्रस्तावित फोरलेन सड़क के आसपास किया गया अतिक्रमण एक साल पहले हटाया जा चुका है। बाजवूद इसके अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। बागदेव से सुखतवा के बीच फोरलेन का काम धीमी गति से चल रहा है। पूरी सड़क पर जगह-जगह सड़क डायवर्ट के सूचना संकेतक लगाकर रखे गए हैं। ऐसे में रात के समय हादसा होने का खतरा बना हुआ है।
केसला में प्रस्तावित फोरलेन सड़क के आसपास किया गया अतिक्रमण एक साल पहले हटाया जा चुका है। बाजवूद इसके अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। बागदेव से सुखतवा के बीच फोरलेन का काम धीमी गति से चल रहा है। पूरी सड़क पर जगह-जगह सड़क डायवर्ट के सूचना संकेतक लगाकर रखे गए हैं। ऐसे में रात के समय हादसा होने का खतरा बना हुआ है।
भोपाल-इटारसी के बीच ३० किमी का बचेगा फेर-
राजधानी भोपाल और नागपुर का सफर फोरलेन से तय होगा। 34 किमी के बायपास से ट्रैफिक सुलभ होगा। बुदनी, होशंगाबाद और इटारसी का विस्तार इसी सड़क के आसपास होगा। बुदनी के पास गडरिया नाला से इटारसी के आगे बाघदेव तक फोरलेन की नई सड़क से ट्रैफिक निकलेगा। भोपाल से इटारसी के 90 किमी के बीच 30 किमी का फेर कम होने से समय बचेगा। फोरलेन पर घानाबड़ के पास नर्मदा ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है।
राजधानी भोपाल और नागपुर का सफर फोरलेन से तय होगा। 34 किमी के बायपास से ट्रैफिक सुलभ होगा। बुदनी, होशंगाबाद और इटारसी का विस्तार इसी सड़क के आसपास होगा। बुदनी के पास गडरिया नाला से इटारसी के आगे बाघदेव तक फोरलेन की नई सड़क से ट्रैफिक निकलेगा। भोपाल से इटारसी के 90 किमी के बीच 30 किमी का फेर कम होने से समय बचेगा। फोरलेन पर घानाबड़ के पास नर्मदा ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया है।
प्रदेश में नर्मदा पर 6 ब्रिज वाला पहला जिला –
जिला मुख्यालय होशंगाबाद की नर्मदा नदी पर अभी ६ पुल बने हैं। इनमें तीन पुल रेलवे लाइन और एक पुल सड़क मार्ग पर है। इसके अलावा फोरलेन बायपास पर सड़क मार्ग के लिए दो पुल बनाए गए हैं। इस तरह तीन रेलवे लाइन और तीन सड़क मार्ग पर कुल 6 पुल नर्मदा नदी पर हैं। प्रदेश के किसी भी जिला मुख्यालय पर नर्मदा नदी पर अभी छह पुल नहीं हैं।
जिला मुख्यालय होशंगाबाद की नर्मदा नदी पर अभी ६ पुल बने हैं। इनमें तीन पुल रेलवे लाइन और एक पुल सड़क मार्ग पर है। इसके अलावा फोरलेन बायपास पर सड़क मार्ग के लिए दो पुल बनाए गए हैं। इस तरह तीन रेलवे लाइन और तीन सड़क मार्ग पर कुल 6 पुल नर्मदा नदी पर हैं। प्रदेश के किसी भी जिला मुख्यालय पर नर्मदा नदी पर अभी छह पुल नहीं हैं।
फोरलेन बॉयपास से जुड़ी खास बातें-
-फोरलेन बायपास दो अभयारण्य से होकर गुजरता है।
-मिडघाट पर रातापानी अभयारण्य क्षेत्र लगता है।
-बायपास के मालाखेड़ी होकर निकलने से यह बोरी अभयारण्य क्षेत्र से भी निकलता है।
-फोरलेन ब्रिज सामान्य पुलों से 15 फीट ऊंचा है।
-900 मीटर लंबा ब्रिज वीयूपी (वीकल अंडर पाथ) है। ब्रिज सड़क से 5.50 मीटर ऊंचा है।
-फोरलेन बायपास दो अभयारण्य से होकर गुजरता है।
-मिडघाट पर रातापानी अभयारण्य क्षेत्र लगता है।
-बायपास के मालाखेड़ी होकर निकलने से यह बोरी अभयारण्य क्षेत्र से भी निकलता है।
-फोरलेन ब्रिज सामान्य पुलों से 15 फीट ऊंचा है।
-900 मीटर लंबा ब्रिज वीयूपी (वीकल अंडर पाथ) है। ब्रिज सड़क से 5.50 मीटर ऊंचा है।
इनका कहना है…
बारिश की वजह से कई जगह फोरलेन के साइड सोल्डर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मरम्मत करवाई जाएगी।
-संजीव शर्मा, प्रबंधक एनएचएआई
बारिश की वजह से कई जगह फोरलेन के साइड सोल्डर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मरम्मत करवाई जाएगी।
-संजीव शर्मा, प्रबंधक एनएचएआई