राशन के लिए सर्वर पर निर्भर शहरी गरीब
बैतूल। शहर की शासकीय उचित मूल्य दुकानों में पीओएस मशीनों के माध्यम से बांटा जाने वाला खाद्यान्न सर्वर ठप होने की वजह से बुधवार को नहीं बट सका। सुबह से सर्वर बंद -चालू हो रहा था, जिसके कारण खाद्यान्न लेने पहुंचे लोगों को पहले तो घंटो इंतजार करना पड़ा, आखिर में जब सर्वर चालू नहीं हुआ तो कई लोग बगैर राशन लिए ही घर लौट गए।
शासन द्वारा मेन्युअली खाद्यान्न बांटने के निर्देश जारी नहीं किए गए हैं इसलिए गरीबों को राशन के लिए सर्वर पर निर्भर होना पड़ रहा है। पीओएस मशीनों में नया साफ्टवेयर अपलोड किए जाने के कारण दस तक राशन दुकानों से खाद्यान्न का वितरण शुरू नहीं हो सका था। मशीनें अपडेट होने के बाद राशन का वितरण दुकानदारों द्वारा शुरू किया गया तो सर्वर में खराबी आने के कारण वितरण प्रभावित हो रहा है। ऐसे में जो उपभोक्ता हैं वे खासे परेशान है क्योंकि उन्हें खाद्यान्न के लिए राशन दुकानों के बार-बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं। राशन दुकान संचालकों की माने तो दिन में ठीक-ठाक चलने के बाद शाम को सर्वर ठप हो जाता है। जिसके कारण राशन का वितरण रोकना पड़ता है। सर्वर को लेकर ग्रामीण अंचलों में स्थिति और भी खराब है यहां कई बार दो से तीन दिन तक सर्वर ही नहीं मिलता है।
बैतूल। शहर की शासकीय उचित मूल्य दुकानों में पीओएस मशीनों के माध्यम से बांटा जाने वाला खाद्यान्न सर्वर ठप होने की वजह से बुधवार को नहीं बट सका। सुबह से सर्वर बंद -चालू हो रहा था, जिसके कारण खाद्यान्न लेने पहुंचे लोगों को पहले तो घंटो इंतजार करना पड़ा, आखिर में जब सर्वर चालू नहीं हुआ तो कई लोग बगैर राशन लिए ही घर लौट गए।
शासन द्वारा मेन्युअली खाद्यान्न बांटने के निर्देश जारी नहीं किए गए हैं इसलिए गरीबों को राशन के लिए सर्वर पर निर्भर होना पड़ रहा है। पीओएस मशीनों में नया साफ्टवेयर अपलोड किए जाने के कारण दस तक राशन दुकानों से खाद्यान्न का वितरण शुरू नहीं हो सका था। मशीनें अपडेट होने के बाद राशन का वितरण दुकानदारों द्वारा शुरू किया गया तो सर्वर में खराबी आने के कारण वितरण प्रभावित हो रहा है। ऐसे में जो उपभोक्ता हैं वे खासे परेशान है क्योंकि उन्हें खाद्यान्न के लिए राशन दुकानों के बार-बार चक्कर काटने पड़ रहे हैं। राशन दुकान संचालकों की माने तो दिन में ठीक-ठाक चलने के बाद शाम को सर्वर ठप हो जाता है। जिसके कारण राशन का वितरण रोकना पड़ता है। सर्वर को लेकर ग्रामीण अंचलों में स्थिति और भी खराब है यहां कई बार दो से तीन दिन तक सर्वर ही नहीं मिलता है।