न्यायाल से कार्रवाई के बाद पुलिस आरोपियों को लोक अभियोजन अधिकारी कार्यालय में कागजी कार्रवाई के लिए पहुंची यहां दोनो आरोपियों को कमरे में खड़ा रखा गया जबकि बाजू में ही न्यायालय का लॉकअप था उसमें आरोपियों को नही रखा गया। इसे लेकर टीआई का कहना था पुरुष बंदीग्रह भरा था महिला बंदीग्रह में रख नही सकते वही न्यायालय ीन कार्रवाई पूरी कराई जा रही है आरोपियों को पुलिस संरक्षण में रखा गया था।
टीआई महेश तांडेकर ने बताया कि घटना से जुड़े आरोपी गिरफ्तार हो गए है और पिस्टल,जिंदा,खाली कारतूस का खोखा सब बरामद हो गए है अब पीआर की आवश्यकता नही थी। न्यायालय से जूडिश्यल रिमांड का निवेदन किया गया था जो स्वीकार कर कोर्ट ने आरोपयिों को जेल भेजने का वारंट काट दिया है।