विरोध के बाद भी शराब दुकान नहीं हटी- सांसद नर्मदा तट से करीब 3.5 किलोमीटर दूरी पर होने के बावजूद चार साल में गांव से शराब दुकान नहीं हटवा पाए। पूरे गांव ने दुकान का विरोध किया, बावजूद वह जस के तस है। विरोध के कारण यह महज 50 कदम दूरी जा सकी।
टंकी तैयार पर घरों में नहीं आ रहा पानी- गांव में दो साल पहले पानी की टंकी बन चुकी है, लेकिन घरों में लगे नलों में अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है। इससे पहले पुरानी टंकी से करीब 350 परिवारों को पानी पहुंचाया जा रहा था। लेकिन जो पाइप लाइन बिछाई गई, वो भी जल्द फूट गई, जिससे लोगों के घरों तक पानी सप्लाई ठप है।
सोसायटी भी बंद, किसान परेशान- गांव में सोसायटी को बंद करने के बाद से किसान परेशान है। अब किसानों के खाद, गेहूं और धान की बिक्री के लिए होशंगाबाद आना पड़ेगा। इससे किसान नाराज हैं।
तस्वीर बदलने में असफल- मोदी ने 11 अक्टूबर 2014 को योजना की शुरूआत की थी। सांसदों को एक साल के लिए एक गांव गोद लेकर वहां विकास कार्य करना था। लेकिन सांसद पहले ही गांव की तस्वीर और तकदीर बदलने में असफल रहे।
टंकी तैयार पर घरों में नहीं आ रहा पानी- गांव में दो साल पहले पानी की टंकी बन चुकी है, लेकिन घरों में लगे नलों में अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है। इससे पहले पुरानी टंकी से करीब 350 परिवारों को पानी पहुंचाया जा रहा था। लेकिन जो पाइप लाइन बिछाई गई, वो भी जल्द फूट गई, जिससे लोगों के घरों तक पानी सप्लाई ठप है।
सोसायटी भी बंद, किसान परेशान- गांव में सोसायटी को बंद करने के बाद से किसान परेशान है। अब किसानों के खाद, गेहूं और धान की बिक्री के लिए होशंगाबाद आना पड़ेगा। इससे किसान नाराज हैं।
तस्वीर बदलने में असफल- मोदी ने 11 अक्टूबर 2014 को योजना की शुरूआत की थी। सांसदों को एक साल के लिए एक गांव गोद लेकर वहां विकास कार्य करना था। लेकिन सांसद पहले ही गांव की तस्वीर और तकदीर बदलने में असफल रहे।