आम रास्ते पर प्रशासन का कब्जा
नए कलेक्टोरेट भवन को सुरक्षित करने मार्ग के दोनों तरफ गेट लगाकर किया आवागमन बंद, पिछले पंद्रह दिनों से बंद है मार्ग, स्कूल, कॉलेज की छात्राओं को घूमकर जाना पड़ रहा

बैतूल. कालापाठा से कोठीबाजार मुख्य मार्ग को जोडऩे वाले आम रास्ते पर इन दिनों प्रशासन ने अपना कब्जा कर रखा है। नए कम्पोजिट कलेक्टोरेट के बनने के बाद दोनों तरफ गेट लगाकर मार्ग को बंद कर दिया गया हैं। पिछले पंद्रह दिनों से इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद है। स्कूल एवं कॉलेज की छात्राओं को या तो एक किमी घूमकर जाना पड़ रहा है या फिर वन विभाग के गेट होकर निकलना पड़ता है। लोगों का कहना है कि अभी तक तो यही सुनने में आता था कि दबंगों ने रास्ते पर कब्जा कर लिया है लेकिन प्रशासन द्वारा जिस तरह से अपने आम रास्ते पर अपना एकाधिकार जताया जा रहा है उससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
साढ़े पांच लाख खर्च कर नपा ने कराया था डामरीकरण
डब्ल्यूबीएम मार्ग की वजह से बारिश के दिनों में आवागमन में होने वाली परेशानियों को देखते हुए। नगरपालिका ने वर्ष २०१५ में जिला पंचायत भवन से वनमंडलाधिकारी के बंगले तक ५.५० लाख की लागत से डामरीकरण कराया था। इस मार्ग पर डामरीकरण होने के बाद आवागमन में लोगों को काफी सुविधा हो गई थी। ज्यादातर लोग कोठीबाजार, बस स्टैंड, नगरपालिका एवं न्यायालय आदि जाने के लिए इसी मार्ग का इस्तेमाल करते थे लेकिन अब गेट लगने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है।
प्रतिदिन दो हजार लोग करते हैं इस रास्ते का इस्तेमाल
इस आम रास्ते का इस्तेमाल प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा लोग करते हैं। स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों के आलावा आमजन भी इसी मार्ग से आना-जाना करते हैं। अचानक से जिला प्रशासन द्वारा इस मार्ग पर गेट लगाकर इसे बंद कर दिए जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। वाहन चालक तो किसी तरह घूमकर निकल जा रहे हैं लेकिन स्कूल एवं कॉलेज की छात्राओं को काफी घूमकर पैदल जाना पड़ रहा है। गेट बंद होने के चलते पैदल आवागमन करने वाले लोगों ने वन विभाग के अंदर से होकर आना-जाना शुरू कर दिया है, लेकिन पांच बजे के बाद विभाग बंद होने से शार्टकट की यह सुविधा भी बंद हो जाती है।
कैम्पस को सुरक्षित करने लगाए गेट
कलेक्टोरेट कैम्पस को सुरक्षित करने के लिहाज से आमरास्ते के दोनों तरफ गेट बनवा दिए गए हैं। दोनों गेट को लगाए करीब पंद्रह दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक इन्हें नहीं खोला गया है। कोठीबाजार जाने वाले मुख्य मार्ग की तरफ बने गेट पर लगी सेटिंग तो पिछले एक महीने से गेट पर लगी हुई है। जिसे हटाने की जहमत तक नहीं की गई है। वहीं पीछे की तरफ कलेक्टर बंगले की बाउंड्रीवाल से लगकर बना गेट तैयार हो चुका हैं लेकिन इस बंद रखा गया है। इस गेट को यदि खोल दिया जाए तो नए कलेक्टोरेट बिल्डिंग के दूसरे गेट से पैदल आवागमन हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।
इनका कहना
- लोगों के आने-जाने का आम रास्ता है और लोगों को दिक्कत हो रही है तो इस संबंध में कलेक्टर से चर्चा की जाएगी।
- निलय डागा, विधायक बैतूल।
- मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। मैं दिखवाता हूं कि गेट क्यों बंद किया गया है। लोगों के आवागमन के लिए गेट खुले रहेंगे।
- तरूण पिथोड़े, कलेक्टर बैतूल।
- पहले यह मार्ग डब्ल्यूबीएम और कच्चा हुआ करता था। आवागमन में लोगों की परेशानियों को देखते हुए हमनें इस पर डामरीकरण करा दिया था। हमें क्या पता था कि आगे चलकर यह मार्ग बंद हो जाएगा। आमजन के लिए इसे खुला रखना चाहिए।
- अलकेश आर्य, अध्यक्ष नगरपालिका बैतूल।
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