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पांच साल से खतरों के बीच से गुजर रहा सेना का बारूद

locationहोशंगाबादPublished: Mar 16, 2019 11:44:55 am

Submitted by:

sandeep nayak

पांच किलोमीटर के रास्ते पर हो गए गहरे गड्डे, ऑर्डनेंस फैक्ट्री से हाइवे तक पांच किलोमीटर का रास्ता है खस्ताहाल

Army gunpowder latest news

पांच साल से खतरों के बीच से गुजर रहा सेना का बारूद

इटारसी। अर्मी के रास्ते को लेकर भी मध्यप्रदेश सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। पांच साल से आर्डनेंस फैक्ट्री को हाइवे से जोडऩे वाला पांच किलोमीटर लंबी सड़क बनवाने के लिए कई बार गुजारिश करना पड़ी। इस बीच सेना को अपना बारूद खतरों का सामना करते हुए पहुंचाना पड़ रहा है। अब टेंडर हो चुके हैं, जल्द ही सड़क बनने की उम्मीद जताई जा रही है।
दरअसल, बीते पांच साल से आर्डनेंस फैक्ट्री से हाइवे 69 तक रास्ता बदहाल है। इस बदहाल रास्तों से प्रोपलेंट का परिवहन का किया जाता है जो बेहद खतरों से भरा है। यह खतरा फैक्ट्री प्रबंधन सालों से उठा रहा है। प्रोपलेंट मिसाइलों में लगने वाला बारूद होता है। जो मिसाइलों को आगे धकेलने का काम करता है। प्रोपलेंट बनाने वाली आर्डनेंस फैक्ट्री इटारसी एक मात्र फैक्ट्री हैं। मिसाइलों में उपयोग होने वाले प्रोपलेंट को यहां दूसरी फैक्ट्रियों में भेजा जाता है। आयुध निर्माणी में अधिकारी व कर्मचारियों सहित २१०० से ज्यादा संख्या है।

इसलिए है खतरा
प्रोपलेंट अत्यंत विस्फोटक होता है और इसे जिस वैन में भेजा जाता है वह एक्सप्लोसिव वैन होती है। यह आम व्हीकल से अलग होती है ऐसे में इस एक्सप्लोसिव वैन में यदि कोई खराबी आ जाए तो दूसरी वैन में इसे शिफ्ट करना बेहद खतरे से भरा हो सकता है क्योंकि यह पब्लिक प्लेस होगा दूसरा यहां सेफ्टी से इसे शिफ्ट किया जाना भी आसान नहीं है। सड़क में बड़े-बड़े गड्डे हो गए हैं, जिससे यहां से वैन के गुजरने पर हमेशा खतरा बना रहता है। इसी कारण बार-बार सड़क बनाने के लिए प्रशासन से लेकर सरकार तक से आग्रह किया जा रहा था।
& सड़क के टेंडर पहले ही हो चुके थे और अब सड़क निर्माण का काम भी शुरू हो गया है। कुछ ही दिनों में सड़क बन जाएगी।
शेखर पांडे, पीआरओ आयुध निर्माणी
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