इस पर हुई तकरार
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने खुद को सच्चा नेता बताते हुए कहा कि एक पूर्व सरपंच राकेश चंदेले थे। तब लोग मुझसे कहते थे, सरपंच नहीं मिलता, आप मिल जाते हो। मैं, तब भी कहता था, मेरे पास २०३ गांव है। उसके पास तो एक ही है। फिर बोले- मैं आपके बीच २५ वर्षों से आ रहा हूं। झूठ बोलता नहीं। तब भी आप लोगों से विधायक ज्यादा मिलता था। मैं तब भी कहता था मैं तो आपके पास बार-बार आता हूं और बार-बार आऊंगा। इस पर पूर्व सरपंच राकेश चंदेले ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं, तीन बार इसी ग्राम पंचायत से सरपंच चुना गया। मैंने कुछ तो जनता के लिए किया होगा तभी तो लोगों ने मुझे जिताया। जनता से नहीं मिलता था तो तीन बार ऐसे ही थोड़ी जीत गया। फिर बोले-डा. शर्मा, बता दें उन्होंने बीस साल में क्या काम करवाएं।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने खुद को सच्चा नेता बताते हुए कहा कि एक पूर्व सरपंच राकेश चंदेले थे। तब लोग मुझसे कहते थे, सरपंच नहीं मिलता, आप मिल जाते हो। मैं, तब भी कहता था, मेरे पास २०३ गांव है। उसके पास तो एक ही है। फिर बोले- मैं आपके बीच २५ वर्षों से आ रहा हूं। झूठ बोलता नहीं। तब भी आप लोगों से विधायक ज्यादा मिलता था। मैं तब भी कहता था मैं तो आपके पास बार-बार आता हूं और बार-बार आऊंगा। इस पर पूर्व सरपंच राकेश चंदेले ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं, तीन बार इसी ग्राम पंचायत से सरपंच चुना गया। मैंने कुछ तो जनता के लिए किया होगा तभी तो लोगों ने मुझे जिताया। जनता से नहीं मिलता था तो तीन बार ऐसे ही थोड़ी जीत गया। फिर बोले-डा. शर्मा, बता दें उन्होंने बीस साल में क्या काम करवाएं।