डोंगरवाड़ा के रेत माफियाओं के इशारे पर हुए इस पत्थर-लाठियों से हुए हमले में ठेका कंपनी के स्क्वॉड के वाहन का ड्राइवर घायल हुआ है, वहीं वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। बाकी के कर्मचारी बाल-बाल बच गए। किसी तरह जान बचाकर भागे। हमलावरों की सख्या 25 से 30 बताई जा रही है। कंपनी के कर्मचारियों किसी तरह से वहां से जान बचाकर भागना पड़ा। कंपनी के मुताबिक जिस अवैध कारोबारी के लोगों ने हमारे स्क्वॉड कर्मियों पर हमला किया है, वह जिला बदर हो चुका है। उस पर रेत चोरी के कई मामले दर्ज हैं।
तीन आरोपियों पर दर्ज मारपीट-तोडफ़ोड़ का केस
देहात थाना पुलिस ने बताया कि रेत ठेका कंपनी कर्मचारी सुमित पिता सुभाष दुबे निवासी कैंपियन स्कूल के बाजू में बाबई रोड की रिपोर्ट पर आरोपीगण कैलाश दायमा, मनीष कीर, रामचंद मीना निवासी डोंगरवाड़ा के खिलाफ धारा 294, 323, 427, 506, 34 आईपीसी का प्रकरण दर्ज किया है। वहीं कैलाश दायमा ने भी अपने साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखाई है, जिसमें पुलिस ने आरोपी उत्तम ठाकुर, सुमित दुबे, धीरज पांडे पर धारा 294, 323, 34 आईपीसी का केस दर्ज किया है।
एक भी खदान चालू नहीं हुई, स्टॉक से बेच रहे
जिले में एनजीटी की रोक हटने के बाद रेत ठेका कंपनी की एक अक्टूबर से लेकर 25 अक्टूबर तक के बीच एक भी खदान चालू नहीं हो सकी है। जबकि शुरुआत में कंपनी को 15 खदानें चालू करनी थी। 25 दिनों में एक भी खदान से खनन-परिवहन चालू नहीं हुआ है। ठेका कंपनी अपने कर्मचारियों पर हो रहे हमले-मारपीट व वाहनों में तोडफ़ोड़ सहित रेत के अवैध खनन-चोरी से कंपनी परेशान है। मुकद्दमों और स्थानीय मजदूरों के बीच विवाद जारी है। कंपनी के मैनेजर रिंकू बोहरा ने बताया कि दीपावली के बाद ही कुछ खदानें चालू हो सकेंगी। तब तक स्टॉक से ही रेत की सप्लाई की जा रही है।
अवैध परिवहन करते एक टै्रक्टर-ट्राली जब्त
जिला खनिज अधिकारी शशांक शुक्ला ने बताया कि सोमवार को एकटै्रक्टर-ट्राली क्रमांक एमपी 05 एएच 0269 को रेत खनिज का अवैध परिवहन करते हुए पाए जाने जब्त कर मध्यप्रदेश रेत नियम 2019 के तहत अवैध परिवहन का प्रकरण तैयार कर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।