उन्होंने बताया कि स्कूली बच्चे इन ग्रामों में वन संरक्षक व वन्यजीवों के संरक्षण में अपनी महत्ती भूमिका निभाएंगे। बच्चे ही जागरुकता का सबसे अच्छे संदेशवाहक होते हैं। अत: इसी विचारधारा के साथ बच्चों को वन दूत के रूप में शामिल कर एसटीआर के गांवों में जागरुकता रैली निकाली जा रही है। ताकि वनों के संरक्षण व वन्यजीवों की सुरक्षा की दिशा में ग्रामीणों को जागरूक किया जा सके।