क्या है बार कोड बार कोड एक आयताकार या वर्गाकार आकृति होती है जिसमें अलग-अलग चौड़ाई की काली व सफेद लकीरें होती हैं। यह एक तरह के कोड होते हैं जिसमें पूरी जानकारी दर्ज रहती है। इस बार कोड सिर्फ मशीन की मदद से ही पढ़ा जा सकता है। खाद्य सामग्री बनाने वाली कंपनियां उनके पैकेटों पर यह बार कोर्ड बनाती हैं ताकि उस कंपनी से जुड़ी पूरी जानकारी उपलब्ध रहे।
आज से होगी शुरूआत अभी यात्रियों की डिमांड पर ट्रेनों में जो खाने के पैकेट सप्लाई किए जाते थे उन पर किसी तरह का बारकोड नहीं होता था। पिछले तीन साल से ट्रेनों में खाना सप्लाई का काम ट्रिवागो कंपनी देख रही थी जिसका ठेका खत्म हो गया है। आईआरसीटीसी द्वारा भोजन सप्लाई का यह काम अब दिल्ली की आर्कोस कंपनी को दे दिया गया है। इस कंपनी द्वारा रेलवे के ३५ स्टेशनों पर खाना सप्लाई किया जाएगा। यह काम शुक्रवार से प्रारंभ होगा। कंपनी जो खाना सप्लाई करेगी वह कहां से तैयार हुआ है इसकी जानकारी रखने के लिए ही आईआरसीटीसी ने बार कोड लगाना अनिवार्य किया है।
क्वालिटी बिगाड़ी तो कसेगा शिकंजा ट्रेनों में यात्रियों को सप्लाई होने वाले भोजन के पैकेट में अब गुणवत्ताही खाद्य सामग्री रखना आसान नही होगा। खाने की क्वालिटी बिगाडऩे वालों पर आसानी से शिकंजा कसा जा सकेगा। यात्री से यदि खराब खाना देने की शिकायत मिलती है तो तत्काल ही आईआरसीटीसी बार कोड को स्केन कर यह पता लगा सकेगी कि किस रेस्टारेंट से यह खाना सप्लाई किया गया है उसके बाद उस पर जुर्माना लगाने की कार्यवाही की जाएगी।
किसने क्या कहा यह बहुत अच्छा निर्णय है। यात्रियों को कई बार खराब खाना सप्लाई हो जाता है। यात्रियों को ही पता नहीं रहता है कि खाना कहां से आया था। इस सिस्टम के लागू होने से अब यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण खाना मिलेगा और क्वालिटी बिगाडऩे वालों पर कार्यवाही हो सकेगी।
विनीत राठी, अध्यक्ष नियमित रेलयात्री महासंघ आईआरसीटसी द्वारा यह सिस्टम १५ मार्च से लागू किया जा रहा है। भोपाल मंडल सहित करीब ३५ स्टेशनों पर अब इसी सिस्टम के तहत खाना सप्लाई होगा। इससे यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलेगा।
विकास यादव, प्रतिनिधि आईआरसीटीसी