रमजान के महीने में मुस्लिम समाज के लोग करते है कुछ ऐसा होशंगाबाद. रमजान का पवित्र माह चल रहा है। इस माह में हर मुस्लिम ईद की खुशी मना सके इसलिए मुस्लिम समुदाय द्वारा रमजान में जकात की जाती है। काजी शहर असफाक अली ने बताया कि रमजान में रोजा रखना, नमाज और कुरान इबादत करना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी नमाज के बाद जकात (कमाई का कुछ हिस्सा गरीबों को दान ) करना है। ताकि अमीरी-गरीबी का फासला कम किया जा सके। उन्होंने बताया कि जकात हर उस मुसलमान का फर्ज है, जिसके पास साढ़े ५२ तोला चांदी या साढ़े सात तोला सोना है। इसके अलावा सालाना कमाई का ढ़ाई फीसदी हिस्सा दान करना जरूरी होता है। इसके अलावा रमजान में फितरा भी अदा किया जाता है। यह दोनों देने से माह में शवाब मिलता है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग ईद के पहले रमजान के दौरान कमाई का २.५ प्रतिशत हिस्सा फकीरों, मदरसा, मुसाफिर या मिस्कीन को दिया जाएगा।
आने वाले 5 दिनों का सेहरी व इफ्तार
दिन -रोजा – खत्मसेहरी -वक्त इफ्तार
शुक्रवार 18 -4.07- 6.58 शनिवार 19 -4.06 -6.59
रविवार 20 -४.06- 6.59 सोमवार 21 – 4.06-6.59
रमजान माह में करते हैं दान, अब हर फकीर मनाएंगे खुशी से ईद
16वां रोजा आज
रमजान माह का 14 वां रोजा बीते सोमवार को पूरा हुआ। मंगलवार को 15वां रोजा हुआ। वहीं १६वां रोजा बुधवार को मनाया जाएगा। जिसमें इफ्तार का समय शाम 6.५७ बजे होगा।