scriptमध्यप्रदेश के इस मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद बदल गई थी अक्षय कुमार की किस्मत | bhagwan jagannath mandir untold story hindi | Patrika News

मध्यप्रदेश के इस मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद बदल गई थी अक्षय कुमार की किस्मत

locationहोशंगाबादPublished: Jun 28, 2018 12:24:28 pm

Submitted by:

sandeep nayak

फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा के दौरान जगदीश मंदिर में लिया था आर्शीवाद

bhagwan jagannath mandir untold story hindi

मध्यप्रदेश के इस मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद बदल गई थी अक्षय कुमार की किस्मत

होशंगाबाद। पिछले दिनों फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा बॉक्स ऑफिस पर जिस तरह से हिट हुई, और अक्षय कुमार के लिए नई ऊंचाई पर पहुंचाया। उसमें मध्यप्रदेश के इस मंदिर का विशेष योगदान है। फिल्म के दौरान न केवल अक्षय कुमार ने इस मंदिर में आकर आर्शीवाद लिया बल्कि फिल्म के एक गाने “गोरी तू ल_ मार” की शूटिंग भी यहीं पर की गई थी। यह मंदिर है होशंगाबाद जिले का जगदीश मंदिर। जहां महंत नारायण दास महाराज ने बताया कि अक्षय कुमार ने मंदिर में आकर दर्शन किए और उनसे मुलाकात की थी। और फिल्म के लिए आशीर्वाद माँगा था। मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलदाऊ की मूर्तियां विराजमान हैं।
मुगलकालीन है जगदीश मंदिर
मंदिर में 11वीं पीढ़ी के महंत नारायणदास महाराज बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण मुगलकाल के दौरान कराया गया था। इसकी नकक्शी भी उसी दौर की है। मंदिर के आदि संस्थापक और पहले महंत रिधि रामदास महाराज थे।
नहीं बदली जाती मूर्तियां
बताया जाता है यह मूर्तियां अतिप्राचीन हैं। यह मूर्तियां नीम की लकड़ी से बनी हैं। जो काफी प्राचीन हैं। परंपरा के अनुसार जगन्नाथ में यह मूर्तियां 12 साल बाद बदल दी जाती हैं, लेकिन यहां ऐसा नहीं होता है।
आज किया गया महास्नान
प्राचीन जगदीश मंदिर में जेष्ठ पूर्णिमा पर गुरुवार को भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलदाऊ का महास्नान किया गया। परंपरा के अनुसार भगवान इस दिन बीमार हो जाएंगे और 15 दिन दर्शन नहीं होंगे। इस बीच वैद्य शयन कक्ष में आयुर्वेदिक औषधियों से उपचार करेंगे। स्वस्थ होने के बाद भगवान रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे।
महास्नान से रथयात्रा तक का सफर
28 जून को जेष्ठ पूर्णिमा पर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलदाऊ का महास्नान पंचामृत से किया जाता है। शीत लगने के कारण बीमार हो जाते हैं इसके बाद मूल सिंहासन से हटकर भगवान शयन कक्ष में चले जाएंगे। जहां वैद्य आयुर्वेदिक औषधियों से उनका उपचार करते हैं। इस दौरान भगवान को हल्का भोजन दिया जाता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो