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भाजपा की नई गाइडलाइन से भाजपाइयों की ताजपोशी पर गहराया संकट

locationहोशंगाबादPublished: Sep 07, 2019 12:01:32 pm

Submitted by:

poonam soni

– नई गाइड लाइन के दायरे में होशंगाबाद जिलाध्यक्ष और 17 मंडल अध्यक्षों में से 16 आ रहे हैं। गाइड लाइन का शतप्रतिशत पालन हुआ तो जिलाध्यक्ष सहित इन मंडल अध्यक्षों की दोबारा ताजपोशी संभव नहीं है।

भाजपा की नई गाइडलाइन से भाजपाइयों की ताजपोशी पर गहराया संकट

भाजपा की नई गाइडलाइन से भाजपाइयों की ताजपोशी पर गहराया संकट

होशंगाबाद/लोकसभा और विधानसभा में 75 पार की उम्र का फार्मूला लागू करने वाली भाजपा ने अब संगठन में भी युवाओं को तरजीह देने के लिए गाइड लाइन तैयार की है। नई गाइड लाइन के दायरे में होशंगाबाद जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल और 17 मंडल अध्यक्षों में से 16 आ रहे हैं। गाइड लाइन का शतप्रतिशत पालन हुआ तो जिलाध्यक्ष सहित इन मंडल अध्यक्षों की दोबारा ताजपोशी संभव नहीं है। इसे लेकर पार्टी में विरोध के सुर भी उठने लगे हैं। पंचमढ़ी मंडल अध्यक्ष का कहना है कि इस उम्र का कार्यकर्ता परिपक्व नहीं होता, उसे वरिष्ठ के खिलाफ निर्णय लेने में दिक्कत होगी। भाजपा ने जिला संगठन के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। साथ ही गाइड लाइन भी बनाई है। जिसके तहत अब मंडल में 35 साल से अधिक उम्र के कार्यकर्ताओं को अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। साथ ही जो दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं, उन्हें भी मौका नहीं मिलेगा। अध्यक्ष वहीं बनेगा जो पार्टी की रीति-नीति से वाकिफ हो। जो सक्रिय नहीं हैं और कॉकस बनाकर चलते हैं वे भी बाहर होंगे। जिलाध्यक्षों के लिए भी गाइड लाइन बनाई है। जो दो बार से जिलाध्यक्ष हैं, वे बदले जाएंगे। जो एक बार के जिलाध्यक्ष हैं उन्हें दोबारा मौका तब मिलेगा जब स्थानीय स्तर के सभी नेता सहमत हों।
जिले की पूरी टीम होगी नई
भाजपा की इस गाइड लाइन के दायरे में जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल भी आ गए हैं। वे तीसरी बार जिलाध्यक्ष बने हैं। हालांकि तीसरी बार लगातार नहीं हैं फिर भी उनके बदले जाने की संभावनाएं हैं। पार्टी उनकी जगह नए को मौका दे सकती है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि जायसवाल जिला संगठन में गुटबाजी पर अंकुश नहीं लगा सके। उनके कार्यकाल में अनुशासनहीनता के मामले भी बढ़े। हालांकि जायसवाल दोबारा मौका पाने के लिए सबको साधने में जुट गए हैं। वे पिछल दिनों इटारसी में आयोजित विधायक डॉ. सीतासरण शर्मा द्वारा प्रशासन के खिलाफ दिए गए धरने में शामिल हुए। उनके साथ 16 मंडल अध्यक्ष का भी बदलना लगभग तय माना जा रहा है। संगठन ने साफ कह दिया है कि 35 से अधिक की उम्र वाले दावेदारों के नाम पैनल में ही नहीं रखे जाएं।
प्रदेश से मिल सकेगी पांच साल की राहत
मंडल में विशेष परिस्थितियों में मंडल अध्यक्ष को पांच साल की छूट मिल सकती है। वह भी तब जब उसकी उम्र 35 तक हो। जिला उपाध्यक्ष संदेश पुरोहित ने कहा कि जो गाइड लाइन मिली है, उसी के अनुसार काम होगा। विशेष स्थिति के लिए भी पार्टी एक तय सीमा पर ही मंडल अध्यक्ष की उम्र में छूट की अनुमति देगी।
16 मंडल अध्यक्ष 40 वर्ष के पार वाले
अभी जिले में 17 में से 16 मंडल अध्यक्ष 40 की उम्र पार कर चुके हैं। इटारसी के डॉ.नीरज जैन 45, होशंगाबाद के मनोहर बड़ानी 58, होशंगाबाद ग्रामीण अशुतोष शरण तिवारी 50, सोहागपुर आकाश रघुवंशी 52, बाबई आरी फूलचंद यादव 65, सिवनीमालवा ग्रामीण गोविंद पटेल 50, शिवपुर सिवनीमालवा महेश गोयल 50, भीलटदेव सिवनीमालवा हरगोविंद रघुवंशी 67,डोलरिया प्रतापसिह राजपूत 59, सिवनीमालवा नगर सचिन अग्रवाल 44, पचमढ़ी चंद्रकांत अग्रवाल 60, पिपरिया नगर गोपाल दास दूदानी 60, पिपरिया ग्रामीण पुरुषोत्तम रघुवंशी 51,बनखेड़ी हेमराज मुख्यतयार 42, चंदौन बनखेड़ी महेंद्र प्रताप सिंह 58 है। इनमें सिर्फ केसला मंडल अध्यक्ष शशिकांत यादव ही 36 साल के हैं। संगठन उन्हें एक मौका और दे सकता है। वह अभी प्रभारी मंड ल अध्यक्ष हैं।
उम्र के हिसाब से कार्यकर्ताओं को ढूंढ रहे
मंडल अध्यक्षों की गाइड लाइन मिली
जिलाध्यक्ष की गाइड लाइन अभी तय नहीं हुई है। यह मंडल के चुनाव के बाद आएगी। मंडल अध्यक्षों की गाइड लाइन मिली है, इसके तहत हमें इस साल कार्यकर्ताओं के चयन करने में परेशानी हो रही है। लेकिन आने वाले सालों में इससे नए कार्यकर्ता उभरकर आएंगे और पार्टी के कामकाज में भी तेजी आएगी।
हरिशंकर जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष
निर्णय लेना पड़ा तो संकोच रहेगा
35 साल के कार्यकर्ता में परिपक्वता की काफी कमी होगी, यदि उसे किसी वरिष्ठ के खिलाफ निर्णय लेना पड़ा तो संकोच रहेगा। वहीं अभी तो युवा मोर्चा में ३५ की उम्र का बंधन था, तो अब क्या युवा मोर्चा में २५ की उम्र का बंधन बनाया जाएगा।
चंद्रकांत अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष पचमढ़ी

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