क्राकरी प्रतिष्ठान के संचालक हैं
सिंधी कॉलोनी स्थित चेलानी के निवास स्थान से संत कंवरराम सिंधु भवन लाया गया। पहला मौका है जब शहर में किसी युवती की बारात निकाली गई है। इस नई पहल को लेकर लोगों के बीच काफी बातें चल रही थी। सिमरन का विवाह आगामी 19 जून बुधवार को नागपुर में कमलेश के साथ संपन्न होगा।
सिंधी कॉलोनी स्थित चेलानी के निवास स्थान से संत कंवरराम सिंधु भवन लाया गया। पहला मौका है जब शहर में किसी युवती की बारात निकाली गई है। इस नई पहल को लेकर लोगों के बीच काफी बातें चल रही थी। सिमरन का विवाह आगामी 19 जून बुधवार को नागपुर में कमलेश के साथ संपन्न होगा।
भाई ने दी प्रेरणा
सिमरन ने बताया कि बारात निकालने की प्रेरणा उसके भाई कमल ने दी थी और जब यह बात उन्होंने अपने माता-पिता को बताई तो वह भी तैयार हो गए। सिमरन का कहना था कि बेटियां बेटों से कम नहीं और हर परिवार को अपनी बेटियों का ऐसे ही धूमधाम से बारात निकालकर विवाह करना चाहिए। सिमरन के ससुराल वालों को भी इससे कोई एतराज नहीं है। सिमरन ने कहा कि किसी युवती का विवाह हो तो उसकी भी इसी तरह बारात निकाली जाना चाहिए।
सिमरन ने बताया कि बारात निकालने की प्रेरणा उसके भाई कमल ने दी थी और जब यह बात उन्होंने अपने माता-पिता को बताई तो वह भी तैयार हो गए। सिमरन का कहना था कि बेटियां बेटों से कम नहीं और हर परिवार को अपनी बेटियों का ऐसे ही धूमधाम से बारात निकालकर विवाह करना चाहिए। सिमरन के ससुराल वालों को भी इससे कोई एतराज नहीं है। सिमरन ने कहा कि किसी युवती का विवाह हो तो उसकी भी इसी तरह बारात निकाली जाना चाहिए।
गांवों में निकलती है बिन्नाएकी
सिंधी कॉलोनी में सिमरन की बारात को लेकर सिंधी समाज के आश्चर्यजनक है लेकिन होशंगाबाद जिले के ग्रामीण अंचलों में यह प्रथा पुरानी है। इसे बिन्नाकी कहते हैं। गांव किसी भी युवती का विवाह होता है तो उसकी बारात आने से पहले युवती को बकायदा घोड़े पर बैठाकर ढोल ढमाकों के साथ घुमाते हैं जो बारात की तरह ही होता है।
सिंधी कॉलोनी में सिमरन की बारात को लेकर सिंधी समाज के आश्चर्यजनक है लेकिन होशंगाबाद जिले के ग्रामीण अंचलों में यह प्रथा पुरानी है। इसे बिन्नाकी कहते हैं। गांव किसी भी युवती का विवाह होता है तो उसकी बारात आने से पहले युवती को बकायदा घोड़े पर बैठाकर ढोल ढमाकों के साथ घुमाते हैं जो बारात की तरह ही होता है।