संडे बिग न्यूज: नर्मदा-तवा में इस बार बंपर रेत, चार माह बाद भी चालू नहीं हुई खदानें
नर्मदापुरम (hoshangabad)प्रदेश में सबसे अधिक राजस्व देने वाला जिला, फिर ही नहीं सुलझा ठेकेदार से विवाद, हाईकोर्ट High Court के 2 मार्च के निर्णय का इंतजार कर रहे अफसर, नए सिरे से हो रहा survey of mines खदानों का सर्वे
होशंगाबाद
Published: February 27, 2022 12:31:32 pm
नर्मदापुरम. एनजीटी NGT के निर्देश पर शासन स्तर से sand mines रेत खदानों का निजी एजेंसी से survey सर्वे कराया गया है। नर्मदापुरम hoshangabad संभाग सहित प्रदेश के अन्य खदान वाले जिलों में सर्वेक्षण का काम जारी है। नर्मदापुरम जिले में भी यह सर्वे हो रहा है। इसमें वर्तमान में पुरानी खदानों के साथ ही नई खदानों की संभावनाएं, रेत की उपलब्धता, रकबा आदि बिंदु शामिल किए गए हैं। खदानों के सर्वे के बाद डीएसआर dpr तैयार की जाएगी। विभागीय जानकारी के मुताबिक नर्मदापुरम जिले में हुए सर्वे की जानकारी शासन को भेजी जा रही है। सर्वेक्षण में कुल 118 रेत की खदानों सहित बाकी की 16 प्राइवेट मुरम-भसुआ, पत्थर आदि की खदानें (खनन पट्टे) शामिल है। खदानों के रकबे में अभी बढ़ोतरी नहीं हुई है। घोषित खदानों का ही सर्वे कराया जा रहा है।
इस बार अच्छी आई रेत
विभागीय सूत्रों की मानें तो बारिश के बाद से जिले के narmda-tawa नर्मदा एवं तवा नदी में अच्छी मात्रा में रेत आई है। कई स्थानों के तटों में दोनों तरफ रेत की कई किमी एरिया में सुनहरी रेत जमी हुई है। मात्रा बढऩे से रेत व्यवसाय sand business में भी इजाफा होने की संभावनाएं है। क्योंकि बीते सालों में कई खदानों में रेत ही नहीं बची थी। पिछली ठेका कंपनी 118 वैध खदानों में आधी से अधिक में खनन-परिवहन ही नहीं कर पाई थी। इस बार के सीजन में रेत राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।
अभी ठप्प है रेत कारोबार
जिले में घोषित व वैध खदानें ठेका निरस्त होने और etp portal ईटीपी पोर्टल बंद किए जाने के बाद से रेत कारोबार ठप्प है। ठेका कंपनी RKTC से बकाया राशि के जमा नहीं कराने से उपजे विवाद के चलते बीते करीब चार-पांच माह से खनन-परिवहन बंद पड़ा हुआ है। विभाग ने नए ठेके की भी कोई तैयारी नहीं की है। मजबूरन निर्माण एजेंसियों व colonizers कॉलोनाइजरों सहित लोगों को अपने मकान सहित अन्य निर्माण कार्यों के लिए पड़ौसी जिलों Narsinghpur, Sehore नरसिंहपुर, सीहोर जिले की खदानों से भाड़े के कारण महंगे दाम में रेत खरीदनी पड़ रही है।
2 मार्च के कोर्ट निर्णय का इंतजार
जबलपुर हाईकोर्ट Jabalpur High Court में ठेका कंपनी की तरफ से लगाई गई याचिका के संबंध में 2 मार्च को होने वाले अंतिम निर्णय पर शासन की नजर है। इसके बाद ही तय होगा कि एकमुश्त ठेका वर्तमान की ठेका कंपनी फिर से चलाएगी या फिर नए ठेके समूह में दिए जाएंगे। बकाया राशि जमा नहीं होने पर ठेका बीते माहों में निरस्त कर दिया गया था। बता दें कि खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने बीते माह होशंगाबाद दौरे के दौरान समूहों में ठेके दिए जाने की बात कही थी।
इनका कहना है...
जिले की वैध 118 रेत खदानों को चालू करने के संबंध में अभी शासन स्तर से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। हाईकोर्ट के निर्णय आने के बाद ही आगे की प्रक्रिया तय होगी।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर नर्मदापुरम। -Neeraj Kumar Singh, Collector Narmadapuram

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