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दस दिन लेट मूंग खरीदी, आंदोलन करेंगे किसान

locationहोशंगाबादPublished: Jun 26, 2022 12:31:06 pm

Submitted by:

devendra awadhiya

पिछले साल 15 जून से शुरू हो गई थी खरीदी, इस बार पंजीयन का भी कोई पता नहीं,विपणन संघ ने पंजीयन की बात कही, लेकिन तिथि की घोषणा नहीं की, नहीं आए आदेश

दस दिन लेट मूंग खरीदी, आंदोलन करेंगे किसान

दस दिन लेट मूंग खरीदी, आंदोलन करेंगे किसान

नर्मदापुरम. narmdapuram जिले-संभाग में इस बार गर्मी की मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी करीब दस दिन लेट हो चुकी है। पिछले साल 15 जून से खरीदी शुरू हो गई थी, लेकिन इस बार न तो किसानों के पंजीयन हो पाए हैं और न ही खरीदी तिथि घोषित हो पा रही। हाल ही में मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ भोपाल का जो पत्र कृषि विभाग को जारी हुआ है, उसमें चने की खरीदी का हवाला देकर आधार आधारित पंजीयन में भुगतान के असफल होने का हवाला देते हुए गर्मी की मूंग के पंजीयन को जल्द प्रारंभ करने की बात तो कही है, लेकिन कब से पंजीयन होंगे इसकी तिथि स्पष्ट रुप से नहीं दर्शाई गई है। इसमें किसानों के आधार नंबर के साथ-साथ आईएफएससी कोड एवं बैंक खाते नंबर लिए जाने निर्देश का जिक्र किया गया है। इधर भारतीय किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष उदय कुमार पांडे का कहना है कि सोमवार के बाद मंगलवार से जिले में आंदोलन शुरू किया जाएगा। जिला कृषि विभाग के मुताबिक अभी शासन स्तर से मूंग के पंजीयन एवं खरीदी को लेकर आदेश नहीं आए हैं। जैसे ही आदेश जारी होंगे प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।

बीते वर्ष हो चुकी थी 32 हजार क्विंटल मूंग खरीदी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीते वर्ष 25 जून की अवधि तक करीब 32 हजार क्विंटल मूंग की समर्थन मूल्य पर केंद्रों पर खरीदी हो चुकी थी। इस बार खरीदी का कोई पता ही नहीं है,जबकि जिले में गर्मी के सीजन में किसानों ने करीब 2 लाख 32 हजार 705 हैक्टेयर में मूंग की पैदावार ली है। कृषि विभाग के मुताबिक उत्पादकता 1600 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर निकली है। इस मान से 3 लाख 72 हजार 328 मीट्रिक टन मूंग का उत्पादन हुआ है। जो कि रकबे एवं उत्पादकता के मान से इस बार अधिक है। पिछले साल 2 लाख 28 हजार 53 हैक्टेयर रकबे में करीब 3 लाख 42 हजार 79 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था।

ये है विपणन संघ का फरमान
राज्य सहकारी विपणन संघ के प्रबंध संचालक ने कृषि विभाग को जारी किए परिपत्र में कहा है कि रबी के चना उपार्जन में किसानों को आधार बेस्ड भुगतान करने के निर्देश शासन स्तर से दिए गए थे। जिसके अनुरूप किसानों के पंजीकरण फॉर्म में केवल किसानों का आधार नंबर लिया गया था। आधार बेस्ड भुगतान प्रक्रिया के कारण अधिक संख्या में भुगतान असफल हुए। तदपश्चात भुगतान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए एनआईसी से ई-उपार्जन पोर्टल में संशोधन किया गया था एवं किसानों को आईएफएससी कोड तथा बैंक खाता नंबर अपडेट करने की सुविधा जिला तथा खरीदी केंद्र स्तर पर दी गई थी। वर्तमान में मूंग उपार्जन वर्ष 2022-23 का पंजीकरण शीघ्र प्रारंभ होगा, ताकि आधार बेस्ड भुगतान असफल होने की स्थिति में किसानों से उपलब्ध कराए गए खाते में भुगतान रिपुश किया जा सके।
इधर, रूठा मानसून: अवर्षा के आसार बढ़ रहे
नर्मदापुरम. जिले में दक्षिण-पश्चिमी मानसून रूठ गया है। बीते दो दिन से बारिश नहीं हो पा रही। लगातार धूप पडऩे से अवर्षा के आसार बढ़ रहे। इस बार के सीजन में बारिश का औसतन आंकड़ा भी 68 मिमी से आगे नहीं बढ़ पा रहा, जबकि पिछले वर्ष 25 जून तक की अवधि में नर्मदापुरम में 256.1 मिमी बारिश हो चुकी थी। फिर से गर्मी का माहौल बन गया है। शनिवार को नर्मदापुरम का दिन का अधिकतम तापमान 37 डिग्री से बढ़कर 38 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 24.3 डिग्री से बढ़कर 26.4 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज हुआ। हिल स्टेशन पचमढ़ी में अधिकतम तापमान 30.4 से उछलकर 32 डिग्री एवं रात का न्यूनतम पारा 19.8 से बढ़कर 22.4 डिग्री पर जा पहुंचा है। मौसम विभाग ने बताया कि नर्मदापुरम संभाग के बैतूल एवं हरदा जिले में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावनाएं है। बैतूल में गरज-चमक के साथ बिजली चमकने एवं तेज हवाएं चल सकती है।

27 जून से सक्रिय होगा सिस्टम
मौसम विभाग के वैज्ञानिक शिवेंद्र भदौरिया ने बताया कि नर्मदांचल में मानसून की दिशा परिवर्तित चल रही है। तीन ब्रांच में अभी एक भी सक्रिय नहीं हो पा रही। इस वजह से सिस्टम नहीं बन पाने से बारिश थमी हुई है। आगामी दो-तीन दिन में फिर से सिस्टम के सक्रिय होने की संभावनाएं है। अभी मौसम में गर्मी का अहसास होता रहेगा। तेज धूप खिली रहेगी। पूर्वानुमान के मुताबिक 27 जून से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। तेज हवाएं चलने के साथ नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं तेज हवाएं चलने के साथ बारिश या बौछारें पड़ सकती है। मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) अभी मध्य प्रदेश के शिवपुरी और रीवा से गुजर रही है।

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