नहरों की देखरख में बरती लापरवाही, टेल क्षेत्र के किसान होंगे परेशान
होशंगाबादPublished: Nov 06, 2019 11:04:15 am
-चंद दिनों में छूटेगा नहरों में पानी
-टेल क्षेत्र में आएगी परेशानी
मशीनों से की जा रही सफाई,टूट रही नहरें,मशीनों से की जा रही सफाई,टूट रही नहरें
खिरकिया। रबी फसल के लिए किसानों के खेतों को सिंचिंत करने नहरो में पानी छोड़ा जाना है। तवा डेम से मुख्य नहर के गेट खोल दिए गए है। चंद दिनों बाद कुछ दिनों में क्षेत्र की नहरों में भी पानी छोड़ा जाएगा मगर इस पानी का बड़ा हिस्सा बर्बाद होगा और टेल क्षेत्र में पानी पहुंचने में दिक्कत आएगी। इसकी बड़ी वजह यह है कि जल संसाधन विभाग ने अब तक नहरों की लाइनिंग और क्षतिग्रस्त हिस्सों के मेंटनेंस का काम पूरा नहीं किया है।
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यह हैं हालात
माचक नहर एवं खिरकिया नहर क्षेत्र में करोड़ों की लागत से लाइनिंग और मेंटनेंस के काम कराए जा रहे हैं। इस बार बरसात का सीजन लंबा खिंचने की वजह से नहरों की लाइनिंग और क्षतिग्रस्त नहरों को ठीक करने का काम पूरा नहीं हो पाया है। कई स्थानों से सीमेंट बह गई है तो कहीं पर लाइनिंग सहित पाल तोड़कर पानी बह निकला है।
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36700 एकड़ में सिंचाई
ब्लॉक में माचक एवं खिरकिया नहर की लंबाई करीब 48 किमी है। नहर के हेड गहाल से प्रारंभ होकर पाहनपाट टेल क्षेत्र तक नहर फैली हुई है। नहर के कमांड क्षेत्र में 36 हजार 700 एकड़ में सिंचाई होती है। इसके अतिरिक्त लघु सिंचाई परियोजनाओं से भी करीब 6 हजार 800 एकड़ में सिंचाई होती है।
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2 साल में नहीं बना बैरल
माचक नहर के हेड पर 5 करोड़ की लागत से बैरल बनना है। बैरल का कार्य पिछले 2 साल से चल रहा है। अब तक केवल 25 प्रतिशत काम ही हुआ है। अभी तक करीब 1 करोड़ का कार्य ही हो पाया है। नहरों में संपवेल का निर्माण कार्य भी अधूरे पड़ा है। पिछले वर्ष सिंचाई कार्य समाप्त होने के बाद मई माह में सम्पवेल का निर्माण होना था लेकिन शासन के पास आवंटन नहीं होने से सम्पवेल का कार्य नहीं हो सका है जो कई तरह की परेशानी खड़ी करेगा।
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पानी का बहाव होगा मंद
भारी बारिश के कारण कई स्थानों से लाइनिंग बह चुकी है। और गहरे गड्ढे हो गए हैं। विभाग द्वारा लाइनिंग के लिए मुख्य केनाल ठेकेदार को सौंप दी गई है नहरों की लाइनिंग का काम पूरा नहीं होने से निर्माण एजेंसी ने अभी तक इसे विभाग को हस्तांतरित नही किया है। बारिश में नहर के बदहाल होने से पानी का बहाव भी धीमा होगा जिससे टेल क्षेत्र के किसान परेशान होंगे।
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इनका कहना है
लाइनिंग, बैरल व सम्पवेल के कार्य निर्माणाधीन हंै। ठेकेदार को क्षतिग्रस्त लाइनिंग कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। पानी छूटने के पहले सभी तैयारियां करा ली जाएंगी।
बीएस चौहान, एसडीओ जल संसाधन विभाग