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सरकारी स्कूलों से बच्चों का इसलिए हुआ मोहभंग

locationहोशंगाबादPublished: Dec 10, 2019 12:41:29 pm

Submitted by:

poonam soni

जिले के 79 स्कूलों में ‘तालाबंदी’ की नौबत

सरकारी स्कूलों से बच्चों का इसलिए हुआ मोहभंग

सरकारी स्कूलों से बच्चों का इसलिए हुआ मोहभंग

मनोज कुंडू/ होशंगाबाद/ सरकारी स्कूल भगवान भरोसे हैं। कहीं बच्चे हैं तो पर्याप्त शिक्षक नहीं और कहीं शिक्षक हैं तो बच्चे नहीं। जिले के सिवनी मालवा ब्लाक में तो एेसे चार सरकारी स्कूल सामने आए जहां एक भी बच्चा नहीं है। बिना विद्यार्थी के इन स्कूलों में अब सन्नाटा है और दरवाजे पर ताला झूल रहा है। इसी तरह के हालात जिले के 79 सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बन रहे हैं, जिससे स्कूलों में तालाबंदी की नौबत आ गई है। विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक इन स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या घटकर अधिकतम दस रह गई है। जबकि इनमें 144 शिक्षक-शिक्षिकाएं पदस्थ हैं। नियमानुसार 35 बच्चों पर एक टीचर की नियुक्ति की जाती है। ऐसे में इन 79 सरकारी स्कूलों में पदस्थ 144 शिक्षक 5 हजार 40 बच्चों को पढ़ा सकते हैं। सिवनीमालवा ब्लॉक के बैंगनिया, चापादौड़ी, थालचंदढ़ाना और आगराखुर्द के सरकारी स्कूल में एक भी विद्यार्थी नहीं है। यहां पदस्थ पांच शिक्षकों को कुछ महीने पहले ही अन्य स्कूल व संकुल केंद्रों में पदस्थ किया है। शिक्षा विभाग अब जिले के इन स्कूलों और यहां पदस्थ स्टाफ को दूसरे स्कूल में पदस्थ करके इन स्कूलों का समायोजन करने की कसरत में जुट गया है।
यह हैं हालात…

हालात 01

प्राथमिक शाला पुलिस लाइन होशंगाबाद में दो बच्चों को दो टीचर पढ़ा रहे हैं। प्रभारी प्रधान पाठक एसके चौरसिया ने बताया कि लगातार दर्ज संख्या घटती जा रही है। पिछले साल 15 बच्चे थे। शिक्षकों ने कहा हम भी चाहते हैं स्कूल को मर्ज कर दिया जाए।
हालात 02

प्राथमिक शाला घुघवासा में दर्ज संख्या घटकर 11 हो चुकी है। इसके अलावा सिवनीमालवा की तीन प्राइमरी और एक मिडिल स्कूल में तो एक भी बच्चा नहीं है। जिले के ग्यारह प्राइमरी और मिडिल स्कूल एेसे हैं जहां दर्ज संख्या घटकर पांच तक रह गई है।

आयुक्त के निर्देश-

राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त आइरिन सिंथिया ने वीडियो कांफ्रेसिंग में 0 से 10 तक दर्ज संख्या वाले सरकारी स्कूलों को पास के बड़े स्कूल में मर्ज करने व अतिरिक्त शिक्षकों को समायोजित करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद कम दर्ज संख्या वाले स्कूल और उनकी नजदीकी शालाओं का खाका तैयार किया जा रहा है।

प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में दर्ज बच्चे व शिक्षक-
-ब्लॉक -स्कूल -शिक्षक -क्लास रूम -बाथरूम -पेयजल

-बाबई -8 -15 -15 -7 -8
-बनखेड़ी -6 -11 -15 -12 -6

-होशंगाबाद -19 -38 -45 -19 -19
-केसला -4 -7 -12 -8 -4
-पिपरिया -14 -24 -31 -15 -14
-सिवनीमालवा -20 -30 -44-36 -20

-सोहागपुर -8 -16 -17 -16 -8
(नोट – इतने स्कूलों में 0 से 10 तक हैं बच्चे।)


प्राइमरी और मिडिल स्कूल में कुल बच्चे-
-ब्लॉक -स्कूल -विद्यार्थी
-होशंगाबाद -220 -1 हजार 349

-बाबई -216 -11 हजार 287
-बनखेड़ी -208 -10 हजार 201

-सोहागपुर -220 -10 हजार 589
-पिपरिया -212 -11 हजार 22

-केसला -247 -12 हजार 143
-सिवनीमालवा -335 -13 हजार 508

इनका कहना है…

जिन स्कूलों में दर्ज संख्या घटकर दस तक रह गई है। उन्हें नजदीकी स्कूलों में मर्ज करने के साथ शिक्षकों का समायोजन करने राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त ने निर्देश दिए हैं।
-रविसिंह बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी होशंगाबाद।
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