श्रमिक की नवजात बेटी को बचाने के लिए अब शहरवासियों के साथ यहां के स्कूली बच्चों ने भी बीड़ा उठा लिया है। बैतूल जिले के मुलताई के यह बच्चे अब देशभर में मिसाल बन रहे हैं साथ ही एक सार्थक बाल दिवस का संदेश भी दे रहे हैं। शनिवार को स्कूलों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है ताकि बच्ची को आर्थिक रुप से मदद की जा सके। एक पहले ही उत्कृष्ट स्कूल के बच्चों ने अपनी पॉकटमनी के बताए हुए रुपए बच्ची के पिता को सौंपे थे। शुक्रवार को बैंगलोर से एक युवक ने मदद के लिए राशि भेजी, वहीं नगर के स्कूलों में भी बच्ची के लिए मदद अभियान शुरु किया जा रहा है। जिसकी मदद से जल्द ही एक ब$डी रकम बच्ची के पिता को सौंपी जाएगी। गुरूकुल स्कूल में बच्ची के लिए विशेष प्रार्थना की गई।
मुलताई निवासी विनोद जैन की पुत्री का जन्म २८ अक्टूबर को सात महीने में ही हो गया था, शुरुआत से ही उसे श्वांस लेने में परेशानी के चलते कारण वरू$ड के अस्पताल में अतिदक्षता विभाग में भर्ती किया गया है। जहां उसे अतिदक्षता इकाई में विशेष देखरेख की आवश्कता है। इसके उपचार में ७० हजार का खर्च आ रहा है। जिसे परिजन वहन नहीं कर सकते हैं। इसके बाद से ही शहरवासियों ने मदद शुरु की है। तीन दिन में २१ हजार रुपए जुट चुके हैं। शुक्रवार को खबर प$ढने के बाद बैंगलोर में रहने वाले प्रीतम पंवार ने भी बच्ची के लिए एक हजार रुपए की मदद भेजी है। बच्ची के पिता के लिए समाज की तरफ से भी १८ हजार रुपए की मदद दी गई है।