वरुड के निजी अस्पताल में भर्ती एक बच्ची अब हर किसी की चहेती बन चुकी है। नाम भी मिला परी और गुड्डी। यही कारण है कि १९ दिन की इस नवजात की चिंता हर शहरवासी को है। खासकर स्कूली बच्चों के लिए। इसके लिए लगातार आर्थिक सहयोग और प्रार्थनाएं की जा रही हैं। बच्चों के अनुसार इस बाल दिवस वह बच्चे के स्वस्थ्य होने को उपहार के रुप में चाहते हैं। कन्या स्कूल की छात्राओं ने बताया कि वह मंगलवार को बाल दिवस दोगुने उत्साह के साथ मनाएंगी। छात्राओं ने बताया कि रोजाना स्कूल में एक हजार से ज्यादा छात्राएं उसकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रही हैं, कुछ बच्चियां घर में दीपक जलाकर मन्नत मांग रही हैं। बाल दिवस पर स्कूलों में लगने वाले बाल मेले में खर्च की जाने वाली राशि बच्ची के पिता को सौंप दी गई है।
नाम भी मिला : बच्ची का नामकरण संस्कार भले ही परिवार ने नहीं किया हो लेकिन कोई इसको परी तो कोई इसे गुडिया कहकर पुकार रहा है।
बजरंग दल के युवाओं ने 6500 रुपए दिए। बजरंग दल के गगन साहू्र , महेन्द्र साहू, उपेन्द्र पाठक, रिषी साहू, पिन्टू प्रजापति, रवि कवडकर, राकेश साहू, धनराज पंवार एवं गजनी साहू सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बताया कि एैसे सेवाभावी कार्यों के लिए वे हमेशा तैयार रहते हैं।
सोमवार को कन्या स्कूल की छात्राओं और स्टाफ द्वारा 3800 रुपए बच्ची के पिता को दिए। कन्या स्कूल की खेल शिक्षका रश्मि बाथरे के मार्गदर्शन में स्कूल में चलाए गए इस मदद अभियान को हर किसी ने प्रमुखता से लिया और मदद भी की।