ज्ञापन सौंपकर अधिवक्ताओं ने कहा बिल को लागू किया जाए
भारतीय संसद में पारित नागरिकता संशोधन बिल को संविधान और विधि के अधीन बताते हुए अधिवक्ताओं ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा हैं। ज्ञापन के माध्यम से कहा कि इस बिल को राष्ट्रपति द्वारा सशब्द मंजूरी प्रदान कर कानून का स्वरूप दिया जाए।
इस बिल के माध्यम से नागरिकता दी जा रही है किसी की नागरिकता छीनी नहीं जा रही है। राष्ट्र विरोधी तत्व भ्रामक प्रचार करके इसे साम्प्रदायिक रंग देना चाहते है। ऐेसे राष्ट्रविरोधी तत्वों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए।
भारतीय संसद में पारित नागरिकता संशोधन बिल को संविधान और विधि के अधीन बताते हुए अधिवक्ताओं ने एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा हैं। ज्ञापन के माध्यम से कहा कि इस बिल को राष्ट्रपति द्वारा सशब्द मंजूरी प्रदान कर कानून का स्वरूप दिया जाए।
इस बिल के माध्यम से नागरिकता दी जा रही है किसी की नागरिकता छीनी नहीं जा रही है। राष्ट्र विरोधी तत्व भ्रामक प्रचार करके इसे साम्प्रदायिक रंग देना चाहते है। ऐेसे राष्ट्रविरोधी तत्वों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए।