ये रहेगी नगर सरकार की स्थिति
नगरीय निकायों को देखें तो नर्मदापुरम नगरपालिका परिषद अनारक्षित पुरुष से बदलकर ओबीसी महिला हो गई। जिले की सबसे बड़ी नपा परिषद इटारसी सामान्य महिला से ओबीसी, पिपरिया ओबीसी पुरुष से अनारक्षित महिला हो गई है। साथ ही सिवनीमालवा नपा ओबीसी एवं सोहागपुर-माखननगर (बाबई) अनारक्षित पुरुष रहेगी।
कहां कौन से समीकरण बदले
नर्मदापुरम मुख्यालय की नगरपालिका में अखिलेश खंडेलवाल अध्यक्ष रह चुके, लेकिन अब अन्य पिछड़ा वर्ग महिला चुनी जाएगी। अध्यक्ष का चुनाव चुने हुए पार्षद करेंगे। नगरपालिका इटारसी में सामान्य महिला कोटे से सुधा अग्रवाल अध्यक्ष थीं, अब अन्य पिछड़ा वर्ग से अध्यक्ष बनेगा। पिपरिया में ओबीसी पुरुष कोटे से राजीव जायसवाल अध्यक्ष रहे, लेकिन अब अनारक्षित महिला कोटे से अध्यक्ष चुनी जाएगी। सोहागपुर में अनारक्षित पुरुष वर्ग से संतोष मालवीय अध्यक्ष रहे। आगे भी इसी कोटे से अध्यक्ष बनेगा। बनखेड़ी नपा परिषद में ओबीसी महिला से काशीबाई पटेल अध्यक्ष रहीं जो कि इसी कोटे से आगे का चुनाव होगा। माखननगर नगर परिषद में अब तक अनारक्षित पुरुष कोटे से ओम उपाध्यक्ष अध्यक्ष रहे, आगे भी इसी कोटे से नया अध्यक्ष चुना जाएगा। सिवनीमालवा नगरपालिका परिषद में पिछड़ा वर्ग महिला कोटे से कल्पना यादव अध्यक्ष रहीं, इसमें भी इसी कोटे से अगली अध्यक्ष चुनी जाएंगी।
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22 साल बाद इटारसी में ओबीसी वर्ग से अध्यक्ष
इटारसी नपा के 34 वार्डों सहित मंगलवार को अध्यक्ष पद के हुए आरक्षण के बाद अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के होने से राजनैतिक समीकरण शुरू हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि 22 साल बाद अब दोबारा अप्रत्यक्ष प्रणाली से नपा अध्यक्ष के चुनाव होंगे। चुने हुए पार्षद ही अध्यक्ष चुनेंगे। अप्रत्यक्ष प्रणाली से वर्ष 1994 में हुए चुनाव में अनिल अवस्थी ने 34 में से 26 वोट हासिल करके अध्यक्ष का पद संभाला था। उनका कार्यकाल वर्ष 2000 तक रहा। इसके बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हुए। यानी कि जनता ने अध्यक्ष का चुनाव किया, जिसमें क्रमश: नीलम गांधी, प्रकाश वल्लभ सोनी, पंकज चौरे (मनोनीत), अशोक साहू (उपचुनाव), रवि जायसवाल और सुधा अग्रवाल अध्यक्ष रहीं।
नगरीय निकायों को देखें तो नर्मदापुरम नगरपालिका परिषद अनारक्षित पुरुष से बदलकर ओबीसी महिला हो गई। जिले की सबसे बड़ी नपा परिषद इटारसी सामान्य महिला से ओबीसी, पिपरिया ओबीसी पुरुष से अनारक्षित महिला हो गई है। साथ ही सिवनीमालवा नपा ओबीसी एवं सोहागपुर-माखननगर (बाबई) अनारक्षित पुरुष रहेगी।
कहां कौन से समीकरण बदले
नर्मदापुरम मुख्यालय की नगरपालिका में अखिलेश खंडेलवाल अध्यक्ष रह चुके, लेकिन अब अन्य पिछड़ा वर्ग महिला चुनी जाएगी। अध्यक्ष का चुनाव चुने हुए पार्षद करेंगे। नगरपालिका इटारसी में सामान्य महिला कोटे से सुधा अग्रवाल अध्यक्ष थीं, अब अन्य पिछड़ा वर्ग से अध्यक्ष बनेगा। पिपरिया में ओबीसी पुरुष कोटे से राजीव जायसवाल अध्यक्ष रहे, लेकिन अब अनारक्षित महिला कोटे से अध्यक्ष चुनी जाएगी। सोहागपुर में अनारक्षित पुरुष वर्ग से संतोष मालवीय अध्यक्ष रहे। आगे भी इसी कोटे से अध्यक्ष बनेगा। बनखेड़ी नपा परिषद में ओबीसी महिला से काशीबाई पटेल अध्यक्ष रहीं जो कि इसी कोटे से आगे का चुनाव होगा। माखननगर नगर परिषद में अब तक अनारक्षित पुरुष कोटे से ओम उपाध्यक्ष अध्यक्ष रहे, आगे भी इसी कोटे से नया अध्यक्ष चुना जाएगा। सिवनीमालवा नगरपालिका परिषद में पिछड़ा वर्ग महिला कोटे से कल्पना यादव अध्यक्ष रहीं, इसमें भी इसी कोटे से अगली अध्यक्ष चुनी जाएंगी।
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22 साल बाद इटारसी में ओबीसी वर्ग से अध्यक्ष
इटारसी नपा के 34 वार्डों सहित मंगलवार को अध्यक्ष पद के हुए आरक्षण के बाद अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के होने से राजनैतिक समीकरण शुरू हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि 22 साल बाद अब दोबारा अप्रत्यक्ष प्रणाली से नपा अध्यक्ष के चुनाव होंगे। चुने हुए पार्षद ही अध्यक्ष चुनेंगे। अप्रत्यक्ष प्रणाली से वर्ष 1994 में हुए चुनाव में अनिल अवस्थी ने 34 में से 26 वोट हासिल करके अध्यक्ष का पद संभाला था। उनका कार्यकाल वर्ष 2000 तक रहा। इसके बाद प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव हुए। यानी कि जनता ने अध्यक्ष का चुनाव किया, जिसमें क्रमश: नीलम गांधी, प्रकाश वल्लभ सोनी, पंकज चौरे (मनोनीत), अशोक साहू (उपचुनाव), रवि जायसवाल और सुधा अग्रवाल अध्यक्ष रहीं।
सोहागपुर में सामने आई महिला दावेदार
सोहागपुर.नगर निकाय चुनाव के लिए अध्यक्ष पद के आरक्षण की स्थिति पूर्ववत ही रहेगी, अर्थात सोहागपुर नगर निकाय की प्रथम नागरिक अन्य पिछड़ा वर्ग से महिला होगी। राजनीतिक गहमागहमी का माहौल शुरू हो गया। दावेदारों के नाम भी सामने आने लगे हैं।
कांग्रेस: कांग्रेस से दो बार अध्यक्ष रह चुके तथा निवर्तमान अध्यक्ष संतोष मालवीय की पत्नी एवं पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष शशि मालवीय के नाम सामने आए हैं। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष आलोक जायसवाल की पत्नी जया जायसवाल भी दावेदार हो सकती हैं। जबकि पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष जयंती भावसार पत्नी जगदीश भावसार की दावेदारी भी स्पष्ट की जा चुकी है। चार बार पार्षद रह चुके जमील खान की पत्नी एवं स्वयं एक बार की पार्षद रह चुकी जमीला बानो की दावेदारी को भी कांग्रेस की ओर से होने की संभावना है। किलापुरा क्षेत्र से पार्षद रह चुके अजीज खान की पत्नी एवं स्वयं पूर्व पार्षद अमीना बी भी कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद की दावेदारी कर सकती हैं। चौरसिया बाहुल्य क्षेत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता चंद्रकांत चौरसिया की पुत्रवधू ज्योति चौरसिया पत्नी नितिन चौरसिया भी कांग्रेस की सीट पर अध्यक्ष पद की दावेदार मानी जा रही हैं।
भाजपा: इधर, भाजपा नेता अनिल गहरैया की पत्नी अनीता गहरैया की दावेदारी तय है। नगर परिषद के अध्यक्ष रह चुके महेश साहू की पुत्रवधू व साहू समाज युवा इकाई के जिलाध्यक्ष प्रवीण साहू की पत्नी नीता साहू भी सशक्त दावेदार मानी जा रही हैं। पूर्व पार्षद गायत्री साहू, पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष संजय मालवीय की पत्नी वीणा मालवीय, पूर्व पार्षद पुष्पा वर्मा, पूर्व पार्षद अमृता चौरसिया भी अध्यक्ष पद की दावेदार हो सकती हैं। भोपाल महापौर का चुनाव भाजपा की टिकट पर लड़ चुकी राजो मालवीय भी भाजपा से सशक्त दावेदार हो सकती है।
पिपरिया में भी चुनावी सरगर्मी तेज
भाजपा: जिले के पिपरिया में भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस में नगरपालिका परिषद के लिए उम्मीदवारों के नाम सामने आने लगे है। भाजपा से जिला कार्यकारिणी सदस्य राकेश पालीवाल की पत्नी मृदुलता पालीवाल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पार्वती शर्मा, पूर्व पार्षद गिरधर मल्ल की पत्नी संगीता मल्ल, पूर्व नपाध्यक्ष राजेंद्र उपाध्याय की पत्नी पूर्व पार्षद मनीषा उपाध्याय, जिलाध्यक्ष माधव अग्रवाल पत्नी पूजा अग्रवाल, कौशल्या ठाकुर के नाम की चर्चा शुरू हो गई है।
कांग्रेस: कांग्रेस में नगर कांग्रेस अध्यक्ष नीलम पचौरी, नगर मंडल अध्यक्ष सुमंगल सिंह राजपूत की पत्नी सोनाली राजपूत, अविनाश पुरोहित की पत्नी दीपिका पुरोहित, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष उर्वशी शाह, कांग्रेस नेता दिलीप पालीवाल की पत्नी पूर्व जनपद सदस्य तृप्ति पालीवाल के नाम सामने आए हैं।
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नगरीय निकाय की स्थिति
कुल निकाय: 07
कुल वार्ड : 148
मतदान केंद्र: 358
कुल मतदाता: 2 लाख 88 हजार 814
पुरुष मतदाता : 1 लाख 46 हजार 923
महिला मतदाता: 1 लाख 41 हजार 923
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सोहागपुर.नगर निकाय चुनाव के लिए अध्यक्ष पद के आरक्षण की स्थिति पूर्ववत ही रहेगी, अर्थात सोहागपुर नगर निकाय की प्रथम नागरिक अन्य पिछड़ा वर्ग से महिला होगी। राजनीतिक गहमागहमी का माहौल शुरू हो गया। दावेदारों के नाम भी सामने आने लगे हैं।
कांग्रेस: कांग्रेस से दो बार अध्यक्ष रह चुके तथा निवर्तमान अध्यक्ष संतोष मालवीय की पत्नी एवं पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष शशि मालवीय के नाम सामने आए हैं। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष आलोक जायसवाल की पत्नी जया जायसवाल भी दावेदार हो सकती हैं। जबकि पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष जयंती भावसार पत्नी जगदीश भावसार की दावेदारी भी स्पष्ट की जा चुकी है। चार बार पार्षद रह चुके जमील खान की पत्नी एवं स्वयं एक बार की पार्षद रह चुकी जमीला बानो की दावेदारी को भी कांग्रेस की ओर से होने की संभावना है। किलापुरा क्षेत्र से पार्षद रह चुके अजीज खान की पत्नी एवं स्वयं पूर्व पार्षद अमीना बी भी कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष पद की दावेदारी कर सकती हैं। चौरसिया बाहुल्य क्षेत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता चंद्रकांत चौरसिया की पुत्रवधू ज्योति चौरसिया पत्नी नितिन चौरसिया भी कांग्रेस की सीट पर अध्यक्ष पद की दावेदार मानी जा रही हैं।
भाजपा: इधर, भाजपा नेता अनिल गहरैया की पत्नी अनीता गहरैया की दावेदारी तय है। नगर परिषद के अध्यक्ष रह चुके महेश साहू की पुत्रवधू व साहू समाज युवा इकाई के जिलाध्यक्ष प्रवीण साहू की पत्नी नीता साहू भी सशक्त दावेदार मानी जा रही हैं। पूर्व पार्षद गायत्री साहू, पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष संजय मालवीय की पत्नी वीणा मालवीय, पूर्व पार्षद पुष्पा वर्मा, पूर्व पार्षद अमृता चौरसिया भी अध्यक्ष पद की दावेदार हो सकती हैं। भोपाल महापौर का चुनाव भाजपा की टिकट पर लड़ चुकी राजो मालवीय भी भाजपा से सशक्त दावेदार हो सकती है।
पिपरिया में भी चुनावी सरगर्मी तेज
भाजपा: जिले के पिपरिया में भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस में नगरपालिका परिषद के लिए उम्मीदवारों के नाम सामने आने लगे है। भाजपा से जिला कार्यकारिणी सदस्य राकेश पालीवाल की पत्नी मृदुलता पालीवाल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पार्वती शर्मा, पूर्व पार्षद गिरधर मल्ल की पत्नी संगीता मल्ल, पूर्व नपाध्यक्ष राजेंद्र उपाध्याय की पत्नी पूर्व पार्षद मनीषा उपाध्याय, जिलाध्यक्ष माधव अग्रवाल पत्नी पूजा अग्रवाल, कौशल्या ठाकुर के नाम की चर्चा शुरू हो गई है।
कांग्रेस: कांग्रेस में नगर कांग्रेस अध्यक्ष नीलम पचौरी, नगर मंडल अध्यक्ष सुमंगल सिंह राजपूत की पत्नी सोनाली राजपूत, अविनाश पुरोहित की पत्नी दीपिका पुरोहित, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष उर्वशी शाह, कांग्रेस नेता दिलीप पालीवाल की पत्नी पूर्व जनपद सदस्य तृप्ति पालीवाल के नाम सामने आए हैं।
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नगरीय निकाय की स्थिति
कुल निकाय: 07
कुल वार्ड : 148
मतदान केंद्र: 358
कुल मतदाता: 2 लाख 88 हजार 814
पुरुष मतदाता : 1 लाख 46 हजार 923
महिला मतदाता: 1 लाख 41 हजार 923
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जिला पंचायत का एक भी आवेदन नहीं आया, सरपंच के लिए 11 लोगों ने लिए फॉर्म
नर्मदापुरम. जिले में त्रिस्तरीय पंचायत राज चुनाव के लिए दो दिन से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन मंगलवार तक जिला पंचायत सदस्य के लिए एक भी आवेदन जमा नहीं हुआ था। सरपंच के लिए अब तक 11 नामांकन फॉर्म लिए गए हैं। प्रशासन की चुनाव के मतदान को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है, बारिश से मतदान प्रभावित न हो इसके लिए सुरक्षित भवनों को ही तय किया गया है। चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार अपने साथ एवं वाहन में लाठी तक भी नहीं लेकर चल सकेंगे। गांवों में चौपाल में चुनावी चकल्लस शुरू हो गई है। मंगलवार को वार्ड नंबर पांच से सदस्य रह चुकीं तारा बरकड़े ने नामांकन फॉर्म लिया है। इधर, राज्य चुनाव आयोग ने पहली बार पार्षद पदों के चुनाव खर्च लेखा-जोखा रखने के निर्देश दिए हैं।
यहां फॉर्म लिए गए
जिले के माखननगर जनपद सदस्य के लिए एक महिला उम्मीदवार ने नामांकन फॉर्म लिया है। इसी तरह सरपंच पद के लिए 7 पुरुष एवं चार महिलाओं ने यानी कुल 11 फॉर्म लिए हैं। जिसमें माखननगर एक पुरुष, सोहागपुर से 4 पुरुषों, एक महिला, पिपरिया से दो महिला, बनखेड़ी एवं केसला से एक-एक पुरुष उम्मीदवार ने फॉर्म लिए हैं। जिला पंचायत सदस्य सहित पंच पद के लिए अभी तक एक भी नामांकन नहीं लिए गए हैं।
पहली बार होगा पार्षदों के चुनाव खर्च का लेखा
राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय चुनाव में पहली बार पार्षद पदों के निर्वाचन व्यय लेखा का प्रावधान किया है। इसके पहले महापौर एवं अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के व्यय लेखा का संधारण किया जाता था। रिटर्निग आफीसर कार्यालय में निर्वाचन व्यय लेखा संधारण पर्यवेक्षण के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश भी दिये गए हैं। पार्षद पदों के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा, नगरपालिक निगम में जनगणना 2011 के अनुसार 10 लाख से अधिक जनसंख्या पर 8 लाख 75 हजार और 10 लाख से कम जनसंख्या पर 3 लाख 75 हजार होगी। इसी तरह नपा परिषदों में एक लाख से अधिक जनसंख्या पर 2 लाख 50 हजार, 50 हजार से एक लाख तक की जनसंख्या पर एक लाख 50 हजार और 50 हजार से कम जनसंख्या पर पार्षदों के निर्वाचन व्यय की अधिक व्यय सीमा एक लाख रूपये होगी। नगर परिषदों के लिए अधिकतम व्यय सीमा 75 हजार रुपए होगी ।
आदर्श आचरण संहिता का सख्ती से पालन हो
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जिले के सभी एसडीएम को आदेश दिए हैं कि वे चुनाव की प्रभावशील आदर्श आचरण संहिता का कड़ाई से पालन कराएं। इसमें निर्धारित नियमों, संपत्ति विरूपण अधिनियम, कोलाहल नियंत्रण अधिनियम सहित स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन अपराध अधिनियम के तहत समिति का गठन कर कार्रवाइयां करें।
बिजली बिल बकाया नहीं होने का देना होगा प्रमाण पत्र
जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच और पंच पद के अभ्यर्थियों को नाम निर्देशन-पत्र के साथ, बिजली बिल बकाया नहीं होने और जिला तथा जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत में बकाया नहीं होने के संबंध में अदेय प्रमाण-पत्र देना होगा। आरक्षित वर्ग का सदस्य होने की दशा में शासन के सक्षम अधिकारी से जारी जाति प्रमाण-पत्र भी देना होगा। जानकारी संवीक्षा की नियत तारीख एवं समय के पहले देना होगी। साथ ही अभ्यर्थियों को आपराधिक रिकार्ड, आपत्तियों, दायित्वों और शैक्षणिक योग्यता के संबंध में भी शपथ-पत्र,घोषणा-पत्र देना होगा।
नर्मदापुरम. जिले में त्रिस्तरीय पंचायत राज चुनाव के लिए दो दिन से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन मंगलवार तक जिला पंचायत सदस्य के लिए एक भी आवेदन जमा नहीं हुआ था। सरपंच के लिए अब तक 11 नामांकन फॉर्म लिए गए हैं। प्रशासन की चुनाव के मतदान को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है, बारिश से मतदान प्रभावित न हो इसके लिए सुरक्षित भवनों को ही तय किया गया है। चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार अपने साथ एवं वाहन में लाठी तक भी नहीं लेकर चल सकेंगे। गांवों में चौपाल में चुनावी चकल्लस शुरू हो गई है। मंगलवार को वार्ड नंबर पांच से सदस्य रह चुकीं तारा बरकड़े ने नामांकन फॉर्म लिया है। इधर, राज्य चुनाव आयोग ने पहली बार पार्षद पदों के चुनाव खर्च लेखा-जोखा रखने के निर्देश दिए हैं।
यहां फॉर्म लिए गए
जिले के माखननगर जनपद सदस्य के लिए एक महिला उम्मीदवार ने नामांकन फॉर्म लिया है। इसी तरह सरपंच पद के लिए 7 पुरुष एवं चार महिलाओं ने यानी कुल 11 फॉर्म लिए हैं। जिसमें माखननगर एक पुरुष, सोहागपुर से 4 पुरुषों, एक महिला, पिपरिया से दो महिला, बनखेड़ी एवं केसला से एक-एक पुरुष उम्मीदवार ने फॉर्म लिए हैं। जिला पंचायत सदस्य सहित पंच पद के लिए अभी तक एक भी नामांकन नहीं लिए गए हैं।
पहली बार होगा पार्षदों के चुनाव खर्च का लेखा
राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय चुनाव में पहली बार पार्षद पदों के निर्वाचन व्यय लेखा का प्रावधान किया है। इसके पहले महापौर एवं अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के व्यय लेखा का संधारण किया जाता था। रिटर्निग आफीसर कार्यालय में निर्वाचन व्यय लेखा संधारण पर्यवेक्षण के लिए हेल्प डेस्क स्थापित करने के निर्देश भी दिये गए हैं। पार्षद पदों के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा, नगरपालिक निगम में जनगणना 2011 के अनुसार 10 लाख से अधिक जनसंख्या पर 8 लाख 75 हजार और 10 लाख से कम जनसंख्या पर 3 लाख 75 हजार होगी। इसी तरह नपा परिषदों में एक लाख से अधिक जनसंख्या पर 2 लाख 50 हजार, 50 हजार से एक लाख तक की जनसंख्या पर एक लाख 50 हजार और 50 हजार से कम जनसंख्या पर पार्षदों के निर्वाचन व्यय की अधिक व्यय सीमा एक लाख रूपये होगी। नगर परिषदों के लिए अधिकतम व्यय सीमा 75 हजार रुपए होगी ।
आदर्श आचरण संहिता का सख्ती से पालन हो
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जिले के सभी एसडीएम को आदेश दिए हैं कि वे चुनाव की प्रभावशील आदर्श आचरण संहिता का कड़ाई से पालन कराएं। इसमें निर्धारित नियमों, संपत्ति विरूपण अधिनियम, कोलाहल नियंत्रण अधिनियम सहित स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन अपराध अधिनियम के तहत समिति का गठन कर कार्रवाइयां करें।
बिजली बिल बकाया नहीं होने का देना होगा प्रमाण पत्र
जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच और पंच पद के अभ्यर्थियों को नाम निर्देशन-पत्र के साथ, बिजली बिल बकाया नहीं होने और जिला तथा जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत में बकाया नहीं होने के संबंध में अदेय प्रमाण-पत्र देना होगा। आरक्षित वर्ग का सदस्य होने की दशा में शासन के सक्षम अधिकारी से जारी जाति प्रमाण-पत्र भी देना होगा। जानकारी संवीक्षा की नियत तारीख एवं समय के पहले देना होगी। साथ ही अभ्यर्थियों को आपराधिक रिकार्ड, आपत्तियों, दायित्वों और शैक्षणिक योग्यता के संबंध में भी शपथ-पत्र,घोषणा-पत्र देना होगा।
स्वंय एवं परिवार की आय-संपत्ति भी बतानी होगी
जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य और सरपंच पद के अभ्यर्थियों को शपथ-पत्र में स्वयं, पति-पत्नी और आश्रितों की आयकर विवरणी में दर्शित कुल आय, चल-अचल संपत्ति का विवरण, सार्वजनिक एवं वित्तीय संस्थाओं और सरकार के प्रति देनदारियों का ब्यौरा देना होगा। अभ्यर्थी को पंचायत तथा किसी शासकीय भूमि पर अतिक्रमण और शौचालय के संबंध में भी शपथ-पत्र देना होगा।
चुनाव मोबाइल एप हुआ लॉंच
आयोग ने नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन के लिए मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत चुनाव मोबाइल एप बनाया है। इस एप के माध्यम से मतदाता सूची में नाम सर्च करना, अभ्यर्थी की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। एप पर अभ्यर्थी की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी निर्वाचन प्रचलन होने पर देखी जा सकेगी। चुनाव मोबाइल एप को आयोग की बेवसाइट एवं गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप एंड्राइड प्लेटफार्म पर ही रन होगा।
जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य और सरपंच पद के अभ्यर्थियों को शपथ-पत्र में स्वयं, पति-पत्नी और आश्रितों की आयकर विवरणी में दर्शित कुल आय, चल-अचल संपत्ति का विवरण, सार्वजनिक एवं वित्तीय संस्थाओं और सरकार के प्रति देनदारियों का ब्यौरा देना होगा। अभ्यर्थी को पंचायत तथा किसी शासकीय भूमि पर अतिक्रमण और शौचालय के संबंध में भी शपथ-पत्र देना होगा।
चुनाव मोबाइल एप हुआ लॉंच
आयोग ने नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन के लिए मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत चुनाव मोबाइल एप बनाया है। इस एप के माध्यम से मतदाता सूची में नाम सर्च करना, अभ्यर्थी की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। एप पर अभ्यर्थी की जानकारी एवं चुनाव परिणाम की जानकारी निर्वाचन प्रचलन होने पर देखी जा सकेगी। चुनाव मोबाइल एप को आयोग की बेवसाइट एवं गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप एंड्राइड प्लेटफार्म पर ही रन होगा।