नर्मदापुरम में लोकायुक्त टीम ने CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश और लेखापाल भावना चौहान को 7 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है। इन दोनों की रिश्वतखोरी की विभागीय कर्मचारी ने ही शिकायत की थी। कार्यालय के क्लर्क मदनलाल वर्मा ने इन्हें ट्रैप कराया।शिकायतकर्ता कर्मचारी मदनलाल वर्मा के अनुसार एक बिल के लिए CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश और लेखापाल चौहान रिश्वत मांग रहे थे. दोनों रिश्वत के लिए अड़े रहे तब लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की गई।
विभागीय कर्मचारी मदनलाल वर्मा की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने सबूत जुटाने शुरु किए और इस शिकायत की तस्दीक भी की। इसके बाद CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश और लेखापाल भावना चौहान को रंगे हाथों फंसाने का ताना—बाना बुना गया। शिकायतकर्ता मदनलाल वर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने नोट दिए और जैसे ही CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश और लेखापाल भावना चौहान को रिश्वत का राशि दी गई, लोकायुक्त टीम ने दोनों को धर दबोचा.
जानकारी के अनुसार कार्यालय के क्लर्क मदनलाल वर्मा इन्हें रिश्वत देने के लिए पहुंचे तो आसपास सादी वर्दी में लोकायुक्त पुलिस टीम के सदस्य भी थे. रिश्वत राशि लेते ही CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश और लेखापाल भावना चौहान को पकड़ लिया गया। इन्हें ट्रैप करने के बाद कागजी कार्रवाई पूरी की गई। शिकायतकर्ता मदनलाल वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण के बिल की राशि का भुगतान किया जाना था लेकिन CMHO डॉ. प्रदीप मोजेश बिल पास नहीं कर रहे थे. इसके लिए सीएमएचओ और लेखापाल ने रिश्वत मांगी. महज 16 हजार रुपए पास करने के एवज में दोनों ने 7 हजार रुपए घूस मांगी थी। शिकायत के बाद डीएसपी संजय शुक्ला के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम ने कार्रवाई की। लेखापाल चौहान को 5 हजार रुपए और CMHO मोजेश को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा।