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बिना सांसद, विधायक के हस्तक्षेप बिजली से रोशन नहीं होगी कोल नगरी

locationहोशंगाबादPublished: Sep 18, 2019 11:33:42 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

– वितरण कंपनी ने बनाया है 22 करोड़ का एस्टीमेट- नगरपालिका तीन करोड़ खर्च करने को है तैयार

Distribution company has made an estimate of 22 crores

Distribution company has made an estimate of 22 crores

सारनी. कोल नगरी में विद्युतीकरण का कार्य एक बार फिर ठंडे बस्ते में पड़ गया है।वजह वितरण कंपनी और नगरपालिका के बीच आपसी सामंजस नहीं बनना है।ऐसे में कोल नगरी के वाशिंदों को नियमित बिजली के लिए और लंबा इंतजार करना पड़ेगा। वितरण कंपनी द्वारा वार्ड नंबर 14 से 35 तक करीब 22 वार्डों में बिजली सप्लाई का एस्टीमेट 22 करोड़ रुपए का बनाया है। वहीं नगरपालिका इस कार्य पर सिर्फ3 करोड़ रुपए खर्च करने को तैयार है। ऐसे में बिजली का मुद्दा एक बार फिर ठंडे बस्ते में पड़ गया है। खासबात यह है कि नगरपालिका, विधानसभा और लोकसभा चुनाव हो गए हैं। तीन-चार सालों तक कोई चुनाव नहीं होने हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधि भी इस कार्य को कराने में रुचि नहीं दिखा रहे। अब यह कार्य विधायक और सांसद के हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं है।
नपा तीन करोड़ कर सकती है खर्च
सीएमओ सीके मेश्राम ने बताया कि विद्युतीकरण कार्य पर नपा द्वारा तीन करोड़ रुपए खर्च किए जा सकते हैं। सांसद, विधायक या मंत्री को इस कार्य को पूरा कराने आगे आने की जरूरत है।पाथाखेड़ा और शोभापुर के लगभग 22 वार्डों में नियमित बिजली की आवश्यकता है। पहले भी नपा द्वारा वार्ड नंबर 30 और व्यापारिक क्षेत्र के लिए विद्युतीकरण कार्य कराए गए हैं।
पड़ रहा विपरित असर
जि ले की सबसे बड़ी नगरपालिका परिषद सारनी देश की पहली ऐसी नगरपालिका है। जहां की आबादी दिनों दिन कम हो रही है। बीते डेढ़ दशक की ही बात करे तो करीब 35 फीसदी आबादी ने पलायन कर लिया है। कभी 98 हजार वोटरों वाली नगरपालिका क्षेत्र में मौजूदा हाल में महज 56 हजार वोटर के आसपास शेष रह गए हैं। यह सब मूलभूत सुविधाओं का अभाव और रोजगार की बढ़ती समस्या के चलते हो रहा है। दरअसल, जिस क्षेत्र से बिजली और कोयला उत्पादन हो रहा है। उसी क्षेत्रके लोग बिजली को तरस रहे हैं। इतना ही नहीं। स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के साधन सिमट गए हैं। मूलभूत सुविधा का अभाव होने से क्षेत्र की आबादी पर विपरित असर तेजी से पड़ रहा है।
कोल नगरी में जो कार्य पहले हुए हैं। उसी को आगे बढ़ाते हुए प्राकलन तैयार किया है। 300 मीटर तक ही एलटी लाइन दे सकते हैं। केबल ज्यादा लगेगा। एलटी लाइन देने पर एस्टीमेट भी बढ़ेगा। 22 वार्डों में 6 3 केवीए के 550 ट्रांसफार्मर लगने के अलावा एक सब स्टेशन भी बनेगा।
महेश कोली, सहायक यंत्री, वितरण केंद्र, सारनी

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