टली कार्रवाई, आज हो सकता है निर्णय
मुख्यमंत्री कमलनाथ भी भोपाल पहुंच गए हैं। लेकिन जांच में खामियों को देखते हुए सोमवार को दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई का अंतिम निर्णय नहीं हो सका। सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को मुख्य सचिव रिपोर्ट के साथ मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद दोनों ही अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
मुख्य सचिव ने पूरी रिपोर्ट नहीं बल्कि एक बचे हुए हिस्से की जांच कर देने का कहा है। उच्चाधिकारियों द्वारा चाही गई जानकारी की रिपोर्ट भी जल्द ही भोपाल भेज दी जाएगी।
रवींद्र मिश्रा, आयुक्त नर्मदापुरम
खनिज और राजस्व अमले ने 2९ मई को रायपुर रेत खदान क्रमांक 26 पर अवैध उत्खनन एवं परिवहन की सूचना पर छापा मारा था। यहां से 17 डंपर जब्त किए थे। दस दिन बाद खनिज निरीक्षक ने अपने प्रतिवेदन में 17 में 13 डंपरों को छोडऩे और अन्य चार पर खदान से बाहर रेत भरते पाए जाने पर कार्रवाई की सिफारिश की थी। इस आधार पर एसडीएम ने चार डंपर (एमपी 09 -एचएच 6650 , एमपी 09 एचजी, 9943, एमपी09 एचएच 0611 और एमपी04 एचई 2890) को छोड़कर अन्य सभी को उनके मालिकों के सुपुर्द करने के लिए देहात टीआई का पत्र लिखा था। सूत्र बताते हैं कि बाद में इन चार डंपरों पर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया, जबकि अवैध उत्खनन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि उनके साथ अन्य खदानों से पकड़े गए डंपरों पर कार्रवाई के साथ खदान ठेकेदारों पर अवैध उत्खनन कर जुर्माना लगाया गया था। इस मामले में यह भी सवाल खड़ा होता है कि जब सीमा से बाहर डंपर थे तो जब्त कर क्यों लाए और यदि लाए थे तो करीब एक सप्ताह बाद जून में क्यों छोड़े तभी क्यों नहीं। खदान संचालक अवैध उत्खनन की कार्रवाई क्यों नहीं की?