बयान देने के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब दोनों का आमना सामना हुआ लेकिन अभिवादन नहीं। दरअसल एसडीएम, आयुक्त से अनुमति लेकर वापस जा रहे थे। तब वे उनके पीए के कक्ष में रखा सामान लेने के लिए भीतर गए। जहां पहले से कलेक्टर अपने बयान दर्ज करा रहे थे। यह देखकर एसडीएम बाहर निकल आए।
भाजपा विधायक सीतासरन शर्मा ने दोनों अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर कार्रवाई की बात कही। वहीं उनके भतीजे वैभव शर्मा ने कलेक्टर के पक्ष में बयान दर्ज कराए हैं। उनके साथ बिल्डर्स भी एसडीएम के खिलाफ बोले।
जांच के दौरान घटना की रात मौजूद एडीएम केडी त्रिपाठी, जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह, जिला खनिज अधिकारी महेंद्र पटेल, खनिज इंस्पेक्टर अर्चना चौधरी, तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया, तहसील के कर्मचारी, एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी, एसडीएम, तहसीलदार के ड्राइवर और कलेक्टर बंगले के कर्मचारियों के बयान हुए हैं।
जांच के बाद रिपोर्ट लेकर शाम 7 बजे तक आयुक्त स्वयं भोपाल के लिए रवाना होकर उच्चाधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। रात 9.30 बजे तक कलेक्टर-एसडीएम के बीच हुए विवाद की रिपोर्ट पहुंच जाएगी। जिसके तहत सोमवार को मामले में दोषी अधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है।
कलेक्टर एसडीएम के विवाद की जांच शाम 6 बजे तक पूरी कर ली गई है। पूरे मामले में अभिमत देकर शाम 7 बजे भोपाल रिपोर्ट भेज दी जाएगी। अब आगे कि कार्रवाई उच्चाधिकारियों को करना है।
– रविंद्र सिंह, आयुक्त नर्मदापुरम