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कलेक्टर-एसडीएम विवाद, 20 लोगों के बयान हुए दर्ज, डेढ़ घंटे आरोपों के जवाब दिए कलेक्टर ने

locationहोशंगाबादPublished: Sep 15, 2019 11:44:55 pm

Submitted by:

amit sharma

सबूत के लिए एसडीएम ने सौंपी सीडी, विधायक के भतीजे के भी हुए बयान

Sanjeev Srivastava sent to jail in fake registry case

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होशंगाबाद। कलेक्टर-एसडीएम विवाद को लेकर रविवार को दिनभर संभागयुक्त कार्यालय में जांच हुई। करीब 6 घंटे तक अलग-अलग कमरों में इस मामले से जुड़े ड्राइवर, सुरक्षाकर्मियों से लेकर अफसरों और रेत कारोबारियों सहित 20 लोगों के बयान दर्ज किए गए। इनमें अशासकीय लोगों की संख्या आधा दर्जन थी। इनमें भाजपा विधायक के भतीजे पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा के पुत्र वैभव शर्मा ने भी अपने बयान दर्ज कराए। जांच के दौरान साढ़े चार घंटे एसडीएम रवीश श्रीवास्तव वहां मौजूद रहे। बयान के साथ सबूत के तौर पर सीडी और दस्तावेज पेश किए। वहीं कलेक्टर ने देढ़ घंटे तक उन पर लगे आरोपों पर सफाई दी।
एसडीएम रवीश श्रीवास्तव सुबह 11 बजे अपने निजी सुरक्षा कर्मी के साथ आयुक्त कार्यालय पहुंचे थे। वे वहां से शाम 4.26 बजे निकले। उन्होंने पत्र में लगाए गए आरोपों के प्रमाण दिए। साथ ही उन पर लगे आरोपों पर सफाई दी। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने प्रमाण के तौर पर जो सीडी सौंपी है उसमें घटना दिनांक को हुए विवाद और रेत भंडारण स्थल की रिकार्डिंग है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह अपना बयान देने दोपहर को 3.45 बजे जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह के साथ में आयुक्त कार्यालय पहुंचे। जहां वो किसी से मिले बिना ही आयुक्त के पीए कार्यालय में लिखित बयान दर्ज कराने लगे। इसके बाद वो करीब 1 घंटा 22 मिनट बाद बिना किसी से बात किए निकल गए। उन्होंने भी एसडीएम पर लगे आरोप के प्रमाण दिए।
कलेक्टर-एसडीएम एक बार हुए आमने-सामने
बयान देने के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब दोनों का आमना सामना हुआ लेकिन अभिवादन नहीं। दरअसल एसडीएम, आयुक्त से अनुमति लेकर वापस जा रहे थे। तब वे उनके पीए के कक्ष में रखा सामान लेने के लिए भीतर गए। जहां पहले से कलेक्टर अपने बयान दर्ज करा रहे थे। यह देखकर एसडीएम बाहर निकल आए।
विधायक विरोध में, भतीजा पक्ष में
भाजपा विधायक सीतासरन शर्मा ने दोनों अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर कार्रवाई की बात कही। वहीं उनके भतीजे वैभव शर्मा ने कलेक्टर के पक्ष में बयान दर्ज कराए हैं। उनके साथ बिल्डर्स भी एसडीएम के खिलाफ बोले।
इनके हुए बयान
जांच के दौरान घटना की रात मौजूद एडीएम केडी त्रिपाठी, जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह, जिला खनिज अधिकारी महेंद्र पटेल, खनिज इंस्पेक्टर अर्चना चौधरी, तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया, तहसील के कर्मचारी, एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी, एसडीएम, तहसीलदार के ड्राइवर और कलेक्टर बंगले के कर्मचारियों के बयान हुए हैं।
जांच पूरी, तुरंत रिपोर्ट भेजने की तैयारी
जांच के बाद रिपोर्ट लेकर शाम 7 बजे तक आयुक्त स्वयं भोपाल के लिए रवाना होकर उच्चाधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। रात 9.30 बजे तक कलेक्टर-एसडीएम के बीच हुए विवाद की रिपोर्ट पहुंच जाएगी। जिसके तहत सोमवार को मामले में दोषी अधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है।
इनका कहना है
कलेक्टर एसडीएम के विवाद की जांच शाम 6 बजे तक पूरी कर ली गई है। पूरे मामले में अभिमत देकर शाम 7 बजे भोपाल रिपोर्ट भेज दी जाएगी। अब आगे कि कार्रवाई उच्चाधिकारियों को करना है।
– रविंद्र सिंह, आयुक्त नर्मदापुरम
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