प्रश्न: एसडीएम आप पर तीन घंट बंधक बनाने का आरोप लगा रहे हैं
-वो सब गलत है, उन्हें ऑफिशियल काम के लिए बुलाया गया था, इस दौरान ऑफिस के सभी लोग थे, एडीएम साहब थे, सभी थे। क्योंकि उनकी शिकायतें लंबे समय से आ रही थीं, इसलिए उनको हटाकर आदित्य रीछारिया को एसडीएम बनाया गया है
– प्रशासन को जांच कर शिकायतें भेजी जाएगी, मैं आपको नहीं बता सकता हूं। लेकिन समय आने पर सब बता दूंगा प्रशन- आप पर मोबाइल फोन छीने जाने का भी आरोप है
– मोबाइल फोन की आप डिटेल निकला सकते हैं
– जब से वो कार्यरत हैं या कोई भी अधिकारी हो जिनको कार्रवाई करने से रोका गया है। बल्की मैं हमेशा टीएल में शासन की मंशा अनुसार कार्रवाई करने को कहता हूं। यहीं कारण है कि होश्ंागाबाद में अवैध रेत को लेकर सबसे अधिक कार्रवाई हुई है।
– शासन स्तर पर शुरू हुई थी और वहीं बंद कर दी गई प्रश्न : ऑफिसर क्लब की फाइल उपलब्ध नहीं कराना और रेत विवाद का कारण है
– रेत को तो अनावश्यक जोड़ा गया है, अगर ऑफिसर क्लब की फाइल उपलब्ध नहीं कराएंगे तो शासन का नुक्सान होगा
कलेक्टर और एसडीएम के बीच रेत के साथ ही पाचस करोड़ की ऑफिसर क्लब की विवादित भूमि को लेकर भी तनातनी थी। इसकी फाइल कलेक्टर ने तहसीलदार को सौंपने का कहा था, लेकिन एसडीएम बिना पावती के नहीं सौंप रहे थे। हालांकि तहसीलदार के पावती देने पर उन्हें फाइल दे दी गई थी, लेकिन उसकी एक कापी कराकर एसडीएम ने अपने पास रख ली थी। इससे कलेक्टर नाराज थे।
शैलेंद्र बडोनिया, तहसीलदार मुझे अभी किसी तरह की जानकारी नहीं है। अगर एेसा विवाद हुआ है तो दोनों पक्षों को बुलाकर बात करूंगा।
रवींद्र मिश्रा, आयुक्त नर्मदापुरम
रात 9.29 बजे
कलेक्टर ने दूरभाष पर नजूल शाखा से संबंधित ऑफ ीसर्स क्लब वाली नस्ती और प्रकरण की 4 फ ाइलें तुरंत तहसीलदार होशंगाबाद को देने का फरमान सुना दिया। कहा-महाधिवक्ता द्वारा जवाब तैयार करने प्रकरण जबलपुर बुलाया गया है। मैंनें तत्काल रीडर गजेंद्र को फ ोन करके पावली प्राप्त कर प्रकरण तहसीलदार को देने के लिए कहा। रीडर ने मुझे बताया तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया द्वारा रसीद देने से मना कर दिया गया है। उनके द्वारा यह कहा गया कि मैं अपने व्यक्तिगत कार्य से जबलपुर जा रहा हूं और प्रकरण तो मैं अपने साथ ऐसे ही लेकर जा रहा हूं। एसडीएम ने बिना लिखित प्रमाण के किसी को भी न सौंपा जाए कहकर एसडीएम गणेश विसर्जन व्यवस्था देखने भ्रमण पर रवाना हो गए।
एसडीएम को फोन करके प्रवाचक ने बताया कि बडोनिया ने यह लिखित में दे दिया है, कि वह यह प्रकरण लेकर जबलपुर जा रहे हैं। तब मैंने उन्हें संपूर्ण नस्ती सौंपने हेतु निर्देशित किया। इसके बाद एसडीएम बांद्राभान स्थित विसर्जन स्थल पहुंचे। लौटते वक्त कुलामणि रोड स्थित वैभव शर्मा के स्टॉक पर 50 ट्रक खड़े और कुछ रेत से लदे वाहन जाते देखकर जानकारी लेने रुका। शाम 6 बजे से ही सारे रॉयल्टी पोर्टल बंद कर दिए थे। पूछताछ करने पर बताया कि ट्रक शाम 7 बजे से खड़े हैं, जिससे यह स्पष्ट था कि रात में रेत भरकर उन्हें भेजा जाएगा। एसडीएम ने तत्काल माइनिंग इंस्पेक्टर अर्चना ताम्रकार एवं नायब तहसीलदार ललित सोनी को फ ोन कर मौके पर उपस्थित होने निर्देशित किया। खनिज निरीक्षक मौके पर डेढ़ घंटे बाद भी नहीं पहुंची।
बंगले से कलेक्टर ने एसडीएम को फोन किया और तुरंत बंगले पर बुलाया। एसडीएम ने नायब तहसीलदार से कहा मुझे कलेक्टर ने बुलाया है आप यहां आकर ट्रकों पर कार्रवाई करें। एसडीएम को सोनी ने बताया कि उन्हें भी कलेक्टर ने बंगले पर तुरंत आने के लिए कहा है। इसी वजह से ट्रकों पर एसडीएम या नायब तहसीलदार द्वारा कार्रवाई नहीं की जा सकी। कलेक्टर बंगले पहुंचने पर एसडीएम ने देखा कि कलेक्टर नायब तहसीलदार से किसी बयान पर दस्तखत करवा रहे थे। कलेक्टर ने रीडर गजेंद्र एवं बाबू नवीन आदि स्टाफ को बुलवा लिया। उनसे बोल रहे थे कि साइन नहीं करोगे तो बर्खास्त कर दूंगा। तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया भी यहां मौजूद थे। एसडीएम को एफआईआर दर्ज करके जेल भिजवाने की चेतावनी दी।
एसडीएम ने शिकातय पत्र में बताया कि कलेक्टर ने अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए झूठे प्रकरणों में फंसाने की धमकी दी। कलेक्टर के आदेश पर उनके दो सिपाही मेरी गाड़ी के सामने खड़े हो गए और मेरे ड्राइवर मोहित को पकड़कर खींच कर गाड़ी से बाहर निकाल लिया। गाड़ी की चाबी निकालकर रख ली।
शुक्रवार को एसडीएम के खिलाफ होशंगाबाद बिल्डर्स एसोसिएशन प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा से मिला। एसोसिएशन अध्यक्ष चंद्रभान सिंह ठाकुर ने बताया कि लगातार कॉलोनाइजरों को धमकाकर एसडीएम पर वसूली को आरोप लगाया। मामले में प्रभारी मंत्री ने कहा बिल्डर्स ने कलेक्टर पर रेत के अवैध परिवहन को बढ़ावा देने और एसडीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।