scriptकलेक्टर साहब पिछले दरवाजे से पहुंचे अंदर.. फिर क्या हुआ पढ़े पूरी खबर | Collector visits hospital from behind, 14 doctors found | Patrika News

कलेक्टर साहब पिछले दरवाजे से पहुंचे अंदर.. फिर क्या हुआ पढ़े पूरी खबर

locationबेतुलPublished: Dec 13, 2018 11:02:13 pm

Submitted by:

rakesh malviya

हाजिरी रजिस्टर का फोटो खींचकर ले गए कलेक्टर, जारी होंगे कारण बताओ नोटिस

betul hospilel

कलेक्टर पीछे के गेट से पहुंचे अस्पताल, १४ डॉक्टर मिले नदारत

बैतूल. जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार के चलते गुरुवार सुबह सवा नौ बजे ही कलेक्टर शशांक मिश्र जिला अस्पताल निरीक्षण करने पहुंच गए। अस्पताल में किसी को भनक नहीं लगे,जिससे कलेक्टर अस्पताल के पीछे गेट से अंदर पहुंचे। उन्होंने सीएस कार्यालय के सामने अपनी कार को खड़ा कर दिया। ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड तक को अंदर नहीं आने दिया। कार से उतरकर सीधे चार नंबर वार्ड से होते हुए सीएस कार्यालय में जाकर बैठ गए। डॉक्टरों की हाजिरी का रजिस्टर बुलाया। इसमें १४ डॉक्टरों के हस्ताक्षर नहीं थे। सभी के नाम के आगे अपसेंट लगा दी। कलेक्टर के अस्पताल पहुुंचने की सूचना मिलते ही डॉक्टर और कर्मचारी भागे-भागे पहुंचे। कलेक्टर ने हाजिरी रजिस्टर की फोटो भी खींची और अपने साथ ले गए। कलेक्टर द्वारा सभी अनुपस्थित डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
नाइट डयूटी और ऑफ के बाद भी लगी अपसेंट
डॉ आनंद मालवीय १२ दिसंबर को नाइट डयूटी करके गए थे। १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। डॉ अनवर गिनानी की १३ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,इसलिए उन्हें रात में आना था। डॉ प्रकाश देशमुख की १२ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,जिससे १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। इसी तरह डॉ मोनिका सोनी महिला चिकित्सक १२ दिसंबर को कॉल पर डयूटी होने से १३ दिसंबर को ऑफ था। डॉ एके पांडे १२ और १३ दिसंबर के अवकाश पर थे,लेकिन उनके नाम के आगे अवकाश का जिक्र नहीं होने से उनकी भी अपसेंट लग गई।
शाम की ओपीडी में नहीं मिलते डॉक्टर
सुबह की ओपीडी में तो डॉक्टर लेटलतीफ मिल ही जाते हैं,लेकिन शाम को पांच से छह बजे वाली ओपीडी में डॉक्टर मिलते ही नहीं है। शाम को पांच से छह बजे तक एक घंटे की ओपीडी होने से डॉक्टर देरी से अस्पताल पहुंचते हैं और छह बजने से पहले ही निकल जाते हैं। कम समय की ओपीडी के चलते डॉक्टर नहीं मिलते हैं। इमरजेंसी डयूटी कर रहे डॉक्टर ही उपस्थित रहते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मरीजों को नहीं मिल पाती है।
ये डॉक्टर मिले अपसेंट
जिला अस्पताल में कलेक्टर शशांक मिश्र को पैथालॉजिस्ट डॉ डब्ल्यूए नागले, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ आर गोहिया, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एके पांडे, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ आर पद्माकर, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे, मेडिकल ऑफीसर डॉ आनंद मालवीय, सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ रविकांत उइके, महिला चिकित्सक डॉ मोनिका सोनी, महिला चिकित्सक डॉ चित्रकला पाटिल, मेडिकल ऑफीसर डॉ प्रकाश देशमुख, मेडिकल ऑफीसर डॉ निलेश धोटे, मेडिकल ऑफीसर डॉ अनवर गिनानी, इएनटी स्पेशलिस्ट डॉ एमए बी अंसारी अपसेंट मिले हैं। हाजिरी रजिस्टर में कलेक्टर ने सभी की अपसेंट लगाई है।
छह डॉक्टरों का काटा था वेतन
कलेक्टर शशांक मिश्र ने लगभ ४ माह पहले भी सुबह के समय जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। एक दर्जन डॉक्टर अनुपस्थित मिले थे। डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सात डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटा गया था।
इनका कहना
डॉक्टर अनपुस्थित मिले हैं,उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर निश्चित ही कार्रवाई होगी।
शशांक मिश्र,कलेक्टर बैतूल।

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