नाइट डयूटी और ऑफ के बाद भी लगी अपसेंट
डॉ आनंद मालवीय १२ दिसंबर को नाइट डयूटी करके गए थे। १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। डॉ अनवर गिनानी की १३ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,इसलिए उन्हें रात में आना था। डॉ प्रकाश देशमुख की १२ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,जिससे १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। इसी तरह डॉ मोनिका सोनी महिला चिकित्सक १२ दिसंबर को कॉल पर डयूटी होने से १३ दिसंबर को ऑफ था। डॉ एके पांडे १२ और १३ दिसंबर के अवकाश पर थे,लेकिन उनके नाम के आगे अवकाश का जिक्र नहीं होने से उनकी भी अपसेंट लग गई।
डॉ आनंद मालवीय १२ दिसंबर को नाइट डयूटी करके गए थे। १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। डॉ अनवर गिनानी की १३ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,इसलिए उन्हें रात में आना था। डॉ प्रकाश देशमुख की १२ दिसंबर को नाइट डयूटी थी,जिससे १३ दिसंबर को उनका ऑफ था। इसी तरह डॉ मोनिका सोनी महिला चिकित्सक १२ दिसंबर को कॉल पर डयूटी होने से १३ दिसंबर को ऑफ था। डॉ एके पांडे १२ और १३ दिसंबर के अवकाश पर थे,लेकिन उनके नाम के आगे अवकाश का जिक्र नहीं होने से उनकी भी अपसेंट लग गई।
शाम की ओपीडी में नहीं मिलते डॉक्टर
सुबह की ओपीडी में तो डॉक्टर लेटलतीफ मिल ही जाते हैं,लेकिन शाम को पांच से छह बजे वाली ओपीडी में डॉक्टर मिलते ही नहीं है। शाम को पांच से छह बजे तक एक घंटे की ओपीडी होने से डॉक्टर देरी से अस्पताल पहुंचते हैं और छह बजने से पहले ही निकल जाते हैं। कम समय की ओपीडी के चलते डॉक्टर नहीं मिलते हैं। इमरजेंसी डयूटी कर रहे डॉक्टर ही उपस्थित रहते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मरीजों को नहीं मिल पाती है।
सुबह की ओपीडी में तो डॉक्टर लेटलतीफ मिल ही जाते हैं,लेकिन शाम को पांच से छह बजे वाली ओपीडी में डॉक्टर मिलते ही नहीं है। शाम को पांच से छह बजे तक एक घंटे की ओपीडी होने से डॉक्टर देरी से अस्पताल पहुंचते हैं और छह बजने से पहले ही निकल जाते हैं। कम समय की ओपीडी के चलते डॉक्टर नहीं मिलते हैं। इमरजेंसी डयूटी कर रहे डॉक्टर ही उपस्थित रहते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मरीजों को नहीं मिल पाती है।
ये डॉक्टर मिले अपसेंट
जिला अस्पताल में कलेक्टर शशांक मिश्र को पैथालॉजिस्ट डॉ डब्ल्यूए नागले, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ आर गोहिया, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एके पांडे, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ आर पद्माकर, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे, मेडिकल ऑफीसर डॉ आनंद मालवीय, सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ रविकांत उइके, महिला चिकित्सक डॉ मोनिका सोनी, महिला चिकित्सक डॉ चित्रकला पाटिल, मेडिकल ऑफीसर डॉ प्रकाश देशमुख, मेडिकल ऑफीसर डॉ निलेश धोटे, मेडिकल ऑफीसर डॉ अनवर गिनानी, इएनटी स्पेशलिस्ट डॉ एमए बी अंसारी अपसेंट मिले हैं। हाजिरी रजिस्टर में कलेक्टर ने सभी की अपसेंट लगाई है।
जिला अस्पताल में कलेक्टर शशांक मिश्र को पैथालॉजिस्ट डॉ डब्ल्यूए नागले, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ आर गोहिया, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ एके पांडे, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ आर पद्माकर, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जगदीश घोरे, मेडिकल ऑफीसर डॉ आनंद मालवीय, सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ रविकांत उइके, महिला चिकित्सक डॉ मोनिका सोनी, महिला चिकित्सक डॉ चित्रकला पाटिल, मेडिकल ऑफीसर डॉ प्रकाश देशमुख, मेडिकल ऑफीसर डॉ निलेश धोटे, मेडिकल ऑफीसर डॉ अनवर गिनानी, इएनटी स्पेशलिस्ट डॉ एमए बी अंसारी अपसेंट मिले हैं। हाजिरी रजिस्टर में कलेक्टर ने सभी की अपसेंट लगाई है।
छह डॉक्टरों का काटा था वेतन
कलेक्टर शशांक मिश्र ने लगभ ४ माह पहले भी सुबह के समय जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। एक दर्जन डॉक्टर अनुपस्थित मिले थे। डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सात डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटा गया था।
कलेक्टर शशांक मिश्र ने लगभ ४ माह पहले भी सुबह के समय जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। एक दर्जन डॉक्टर अनुपस्थित मिले थे। डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सात डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटा गया था।
इनका कहना
डॉक्टर अनपुस्थित मिले हैं,उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर निश्चित ही कार्रवाई होगी।
शशांक मिश्र,कलेक्टर बैतूल।
डॉक्टर अनपुस्थित मिले हैं,उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं। संतोषप्रद जवाब नहीं होने पर निश्चित ही कार्रवाई होगी।
शशांक मिश्र,कलेक्टर बैतूल।