गल्र्स स्कूल प्राचार्य वीरेंद्र कोरी बताते हैं अगस्त 2019 में मैंने चार्ज संभाला है तब से अभी तक कोई शिकायत पेटी खोलने नहीं आया। एनएमवी कॉलेज प्राचार्य ओएन चौबे ने कहा कि पहले पुलिस कभी-कभी आकर शिकायतें निकाल ले जाती थी। पिछले कुछ समय से कोई नहीं आया। एक छात्रा ने बताया कि उसने भी शिकायत की थी। जिस पर कार्रवाई हुई थी। इस व्यवस्था को उन्होंने दोबारा चालू करने की बात कही है।
शिकायत पेटियों को खोलने और शिकायतों को एकत्र करने सात सदस्यीय टीम भी बनाई गई थी। टीम बारी-बारी से महाविद्यालयों में जाकर शिकायत पेटियों को खोलकर उनमें मिलने वाली शिकायतों को अधिकारियों तक पहुंचाते थे। जिनकी जांच कर कारवाई होती थी।
पुलिस द्वारा शिकायत पेटी लगवाई गई थी वह नियमित रूप से चालू रहना चाहिए। कोई भी समस्या आने पर बिना नाम दिए शिकायत की जा सकती थी।
रत्ना चौरे, छात्रा शिकायत पेटी का सबसे बड़ा महत्व यह है कि किसी भी समस्या को वह अपना नाम गोपनीय रखते हुए शिकायत दर्ज करा सकती है। इसे फि र चालू होना चाहिए।
अफरोज खान, छात्रा
एमएल छारी, पुलिस अधीक्षक, होशंगाबाद जिला