कंप्यूटर बाबा ने कहा कि कोई भी पार्टी और नेता हो अवैध खनन नहीं करने देंगे। कलेक्टर-एसपी को स्पष्ट निर्देश हैं कि रेत माफियाओं व चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। ऐसे लोगों को जेल भेजा जाए। अवैध खनन रोकने नर्मदा युवा सेना भी प्रशासन की मदद करेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ की मंशा है कि नर्मदा कल-कल बहे। घाट स्वच्छ सुंदर रहे। नर्मदा में गंदे नाले न मिलें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयानों पर बोले कि सब नेता एक बनकर रहते हैं। लोगों की सोच है कि वे डिस्टर्ब कर रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है कि कांग्रेस में सबको बोलने का अधिकार है। भाजपा में ऐसा नहीं था एक नेता ही अपनी चलाते थे और सारे लोग विरोध करते थे, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं होती थी। यही वजह थी कि शिवराजसिंह ने अवैध खनन नहीं रोका तो मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शिवराज सरकार में घोटाले, भ्रष्टाचार, अवैध खनन, नदियां छलनी होना, गाय माता और मठ-मंदिरों की दुर्दशा से सब परेशान थे। संत समाज भी दुखी था।
अयोध्या विवाद की अंतिम सुनवाई पर बोले कि हमारे पक्ष में निर्णय आने वाला है। न्यायपालिका पर हमें पूरा भरोसा है। राममंदिर वहीं बनेगा जहां रामलला विराजमान है। अभी तक टाट में थे , अब मंदिर में विराजमान होंगे। देशभर में संत-महात्मा अनुष्ठान कर रहे हैं।
कम्प्यूटर बाबा ने जिले के अधिकारियों की बैठक ली। इसमें बताया कि नर्मदा नदी के दोनों तटों पर 15-15 किलोमीटर पर परिक्रमावासियों के ठहरने के लिए रैन बसेरा बनाने की शासन स्तर से तैयारी चल रही है। बैठक में अधिकारियों ने अवैध रेत उत्खनन पर की गई कार्रवाईयों का ब्यौरा दिया तो बाबा बोले- इसके बाद भी यहां सबसे ज्यादा हल्ला क्यों मचता है। अगले साल से मूर्तियों का विसर्जन नर्मदा की बजाए कुंड में करने की व्यवस्था के निर्देश दिए। नदी में मिल रहे नाले भी देखे।
प्रदेश सरकार व्दारा मठ-मंदिरों की आय से दस फीसदी हिस्सा लेने के सवाल पर कंप्यूटर बाबा मुकर गए। बोले इस संबंध में मठ-मंदिर समिति के अध्यक्ष सुबोधानंद महाराज ही जबाव दे सकते हैं। मैं तो नर्मदा की सेवा के लिए काम कर रहा हूं। सभी से आग्रह किया है कि नर्मदा किनारे हर घर से एक पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें।