दरअसल, पीसी शर्मा होशंगाबाद के प्रभारी मंत्री हैं। नर्मदा जयंती महोत्सव के अवसर पर शनिवार को होशंगाबाद में कार्यक्रम था। इसमें हिस्सा लेने के लिए प्रभारी मंत्री पीसी शर्मा भी पहुंचे थे। लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुलावा नहीं मिला था। इससे वे लोग भड़के हुए थे और जलमंच के आयोजकों और अपनी पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ नारेबाजी कर रहे।
मंत्री इस बीच वहां पहुंचे तो उन्हें भी घेरकर अनदेखी के विरुद्ध आवाज उठानी शुरू कर दी। ये लोग कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। नारेबाजी कर रहे लोग पचौरी और सिंधिया गुट के थे। ये लगातार आरोप लगा रहे थे पार्टी में हमलोगों की अनदेखी हो रही है। साथ ही वे लोग मंत्री के आश्वासन के बाद भी जयमंच के कार्यक्रम में जाने को तैयार नहीं थे।
मंत्री के सामने कार्यकर्ताओं ने रखी बात
अनदेखी की वजह से कांग्रेस के कार्यकर्ता काफी नजर आ रहे थे। क्योंकि एक गुट के लोगों को जल मंच कार्यक्रम में जाने की अनुमति मिली थी। इस दौरान मंत्री से बात करने के दौरान कई कार्यकर्ता काफी गुस्से में नजर आए। एक ने तो यहां तक पूछ लिया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए कोई गाइडलाइन तो बता दीजिए, हमलोग उसका पालन करेंगे।
अनदेखी की वजह से कांग्रेस के कार्यकर्ता काफी नजर आ रहे थे। क्योंकि एक गुट के लोगों को जल मंच कार्यक्रम में जाने की अनुमति मिली थी। इस दौरान मंत्री से बात करने के दौरान कई कार्यकर्ता काफी गुस्से में नजर आए। एक ने तो यहां तक पूछ लिया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए कोई गाइडलाइन तो बता दीजिए, हमलोग उसका पालन करेंगे।
मंत्री ने कहा कि ऐसे किसी काम को लोग तुमलोग भोपाल आ जाते हो, क्या इसके लिए नहीं आ सकते थे। इस पर कार्यकर्ता बोलता है कि क्या इनचीजों के लिए भी भोपाल आना होगा। कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद मंत्री पीसी शर्मा ने कह दिया कि तो ठीक है, मैं भी कार्यक्रम में नहीं जाऊंगा। बाद में बातचीत के आधार पर विवाद को सुलझाया गया तो मंत्री वहां से कार्यक्रम में गए।