एसपीएम के खिलाफ नपा पहुंची अदालत
होशंगाबादPublished: Jan 25, 2016 07:57:00 am
प्रतिभूति कागज कारखाना (एसपीएम) भले ही कई दशकों से करंसी पेपर का
उत्पादन करता हो, लेकिन अपनी अदायगी चुकाने के मामले में एसपीएम प्रबंधन
हमेशा ही लापरवाह बना रहा है
होशंगाबाद। प्रतिभूति कागज कारखाना (एसपीएम) भले ही कई दशकों से करंसी पेपर का उत्पादन करता हो, लेकिन अपनी अदायगी चुकाने के मामले में एसपीएम प्रबंधन हमेशा ही लापरवाह बना रहा है। प्रबंधन ने संपत्तिकर की राशि सालों से नहीं चुकाई है। यह राशि बढ़कर ३ करोड़ रुपए से ज्यादा हो चुकी है। हालत यह है कि प्रबंधन नपा के पत्रों का जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझता। ऐसे में परेशान नपा ने वसूली के लिए सिविल कोर्ट में मामला दायर कर दिया है।
समझौते में भी नहीं ली थी रुचि
नपा ने एक पत्र नवंबर 2015 में नेशनल लोक अदालत के पहले एसपीएम प्रबंधन को लिखा था। इसमें लिखा था कि आपके ऊपर वर्ष 2007 से अब तक 3 करोड़ 2 लाख 13 हजार 903 रुपए बकाया हो चुके हैं। यदि आप मामले को लोक अदालत में सुलझाना चाहते हैं तो इसमें आपको छूट मिल सकती है। इसके बावजूद एसपीएम प्रबंधन ने कोई जवाब नहीं दिया। लोक अदालत में भी एसपीएम प्रबंधन की ओर से कोई अधिकारी पेश नहीं हुआ। इसके बाद नपा ने वसूली के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उक्त मामले की सुनवाई जल्द शुरू हो सकती है।