करोड़ों का अस्पताल, भूमि विवाद में उलझा ड्रेनज सिस्टम, ओवर फ्लो नालियों से फैल रही गंदगी
होशंगाबादPublished: Jan 11, 2019 12:16:29 am
सरकारी अस्पताल में दम तोड़ता स्वच्छता अभियान, नाली ओवरफ्लो हो गई है अस्पताल में बढ़ गया है मच्छरों का प्रकोप
करोड़ों का अस्पताल, भूमि विवाद में उलझा ड्रेनज सिस्टम, ओवर फ्लो नालियों से फैल रही गंदगी
पिपरिया. स्थानीय सरकारी अस्पताल में इन दिनों स्वच्छता अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि मैनगेट पर ही गंदगी पसरी है, नाली ओवरफ्लो हो गई है मच्छरों का प्रकोप अस्पताल में बढ़ गया है जिससे मरीजों का स्वास्थ्य खतरे में है। इसका कारण है कि अस्पताल में गंदे पानी की निकासी का कोई स्थाई प्रबंध नहीं है। अस्पताल परिसर में ठेकेदार ने नाली निर्माण तो किया लेकिन गंदा पानी कहां जाए इसका स्थानीय प्रशासन ने कोई समाधान नहीं कराया है।
नौ करोड़ का सरकारी अस्पताल तो बन गया लेकिन अस्पताल का निस्तारी गंदा पानी कहां जाए इसका माकूल प्रबंध आज तक नहीं किया गया। पुराने अस्पताल में भी ड्रेनेज की समस्या थी नया अस्पताल भी इससे अछूता नहीं है। बिल्डिंग निर्माण के दौरान पानी निकासी को लेकर प्रशासनिक बैठक हुई जनप्रतिनिधि शामिल हुए इसका पानी निकासी कहा हो इस पर कोई सार्थक निर्णय नहीं हो पाया। अस्पताल से लगी रेलवे भूमि के नाले में पूर्व में निकासी बनी थी उसे रेलवे ने दीवार खींचकर बंद कर दिया है। दूसरे हिस्से में निजी मकान बने हैं वहां से भी ड्रेनेज सिस्टम नहीं बन पाया है। गंदे पानी से घिरे बीमार अस्पताल की इस अहम समस्या के निराकरण को लेकर कोई गंभीर नहीं है। लेकिन इसका खामियाजा मरीज और उनके परिजनों को भोगना पड़ रहा है। ड्रेनेज की स्थाई कनेक्टिविटी नहीं होने से गंदा पानी नालियों में सड़कर बदबू फैला रहा है। मच्छरों की संख्या में इजाफा हो गया और संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
नपा और एसडीएम भी नहीं करा पाए निराकरण
सरकारी अस्पताल के ड्रेनेज सिस्टम को कैसे व्यवस्थित किया जाए इसे लेकर नपा अध्यक्ष, विधायक, एसडीएम अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठकर कई बार बातचीत कर गंदे पानी की निकासी के लिए सुझाव दे चुके हैं लेकिन उस पर अमल आज तक नहीं हुआ। इस मसले पर तीन एसडीएम बदल गए लेकिन अस्पताल की ड्रेनेज समस्या का हल नहीं हो पाया। संभावना है कि ड्रेनेज के अभाव में बारिश में अस्पताल अस्थाई तालाब बनेगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता। अभी गंदा पानी पिपरिया पचमढ़ी रोड मुख्य सड़क पर बह रहा है।
इनका कहना है…
निस्तारी गंदे पानी की निकासी नहीं है। रेलवे ने बाउंड्री खींच दी वहां से निकासी बंद हो गई है। नपा और एसडीएम को अवगत करा चुके हैं नाली के पानी की निकासी के लिए भूमि चयनित कर उसका फ्लो बड़े नाले में होने से ही इसका हल होगा नहीं तो अस्पताल में ही नालिर्या ओवर फ्लो होकर गंदगी फैलाएगी। बायोमेडिकल इंफेक्टेट पानी के लिए दो सोख्ता टैंक बनवाए है वर्ना और अधिक परेशानी होती।
-डॉ. एके अग्रवाल, बीएमओ