बेटी ने पिता को मुखाग्नि देकर निभाया बेटे का फर्ज
होशंगाबादPublished: Jan 18, 2020 09:18:43 pm
– होशंगाबाद के नर्मदाघाट पर हुआ अंतिम संस्कार
नर्मदा नदी के खर्राघाट पर पिता को मुखाग्नि देती आरती।
हरदा/होशंगाबाद. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि पिता की चिता को बेटा ही मुखाग्नि देता है। किंतु शनिवार को एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर बेटे का फर्ज निभाया। इस दौरान मौजूद लोगों ने बेटी की इस हिम्मत की सराहना की। टिमरनी ब्लाक के ग्राम कुहीग्वाड़ी निवासी दिनेश कुमार सूर्यवंशी उपयंत्री स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि उनके ससुर लालाराम बकोरिया निवासी ग्राम सतवासा तहसील सिवनीमालवा का इलाज भोपाल मेमोरियल अस्पताल में चल रहा था, जिनका शुक्रवार शाम को निधन हो गया। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी आरती बकोरिया (सूर्यवंशी) पिता की इकलौती बेटी है। शनिवार शाम 4 बजे ससुर लालाराम को अंतिम संस्कार के लिए होशंगाबाद की नर्मदा नदी के खर्राघाट पर ले जाया गया। जहां पर उनकी पत्नी आरती भी साथ गईं। सूर्यवंशी ने बताया कि आरती ने सालों से चली आ रही बेटे के द्वारा ही पिता को मुखाग्नि देने की रुढ़ीवादी परंपरा को तोड़ते हुए पिता के अंतिम संस्कार की क्रियाकर्म पूर्ण करते हुए उन्हें मुखाग्नि दी।