लाखों रुपए खर्च कर शुरू किया गया डे केयर सेंटर बना कबाड़
होशंगाबादPublished: Oct 08, 2021 11:31:06 am
बुजुर्गों के विश्राम कक्ष के लिए सात साल पहले शुरू किया गया था सेंटर
लाखों रुपए खर्च कर शुरू किया गया डे केयर सेंटर बना कबाड़
सोहागपुर। सात साल पहले नगर परिषद द्वारा बुजुर्गों के लिए डे केयर सेंटर की शुरुआत की गई थी। लेकिन अब सेंटर बंद है और कबाड़ खाने में बदल चुका है। सात वर्ष पूर्व तत्कालीन अध्यक्ष शीतल खंडेलवाल के कार्यकाल में सेंटर की शुरुआत की गई थी। शुरुआत के दौरान तय किया गया था कि सुबह तथा शाम को सैर पर निकलने वाले बुजुर्गों के लिए डे केयर सेंटर की स्थापना की जाए। शुरुआत में कुछ सप्ताह तक बुजुर्गों के लिए विभिन्न पुस्तकें व समाचार पत्र रखे गए। लेकिन कुछ ही समय बाद सेंटर बंद हो गया। पांच लाख की लागत से तैयार किया गया सेंटर अब कबाड़ के मेंटेनेंस के लिए उपयोग हो रही है।
तय थी समय सीमा
डे केयर सेंटर को प्रतिदिन खोले जाने की समय सीमा भी तय की गई थी। जिसके अनुसार सुबह सात से 10 बजे तक एवं शाम को पांच बजे से रात्रि आठ बजे तक सेंटर खोलना था। इस अवधि में सेंटर में आने वाले बुजुर्गों के बैठने की उचित व्यवस्था भी की गई थी तथा अखबार व पुस्तकों के लिए एक अलमारी रखकर लाइब्रेरी बनाने का फैसला किया गया था। लेकिन ना तो समय सीमा का पालन हुआ और ना ही अब यह ज्ञात है कि तैयार की गई अलमारीनुमा लाइब्रेरी की पुस्तकें कहां हैं।
बनाया कबाडख़ाना
डे केयर सेंटर के प्रवेश द्वार पर ताला पड़ा है। पूरे कमरे में नगर परिषद का कबाड़ रखा हुआ है। डे केयर सेंटर को नगर परिषद के द्वारा कबाड़ सामग्री रखने के लिए उपयोग किया जा रहा है। वहीं नप बुजुर्गों को सुविधा मुहैया करानेे में नाकाम साबित हो रही है।
इनका कहना है
डे केयर सेंटर को पुन: शुरू किया जाएगा। सुबह व शाम निर्धारित समय पर इसे खोलने की व्यवस्था की जाएगी तथा एक कर्मचारी भी तैनात किया जाएगा।
नरेंद्र रघुवंशी, सीएमओ