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होशंगाबाद

मांग ज्यादा-आपूर्ति कम : पिछले साल के मुकाबले २६ प्रतिशत बढ़ी यूरिया की मांग, आवक बढऩे की बजाय ४१ फीसदी घटी

पिछले साल रबी सीजन में ८१९७४ और इस वर्ष १ लाख ३ हजार मीट्रिक टन हुई मांग

होशंगाबादOct 15, 2021 / 09:29 pm

Manoj Kundoo

होशंगाबाद
यूरिया की मांग के मुकाबले आपूर्ति कम हो रही है। इस बात का खुलासा कृषि विभाग के खाद आपूर्ति के आंकड़े कर रहे हैं। पिछले साल रबी सीजन के मुकाबले इस वर्ष २५.६४ प्रतिशत यूरिया की मांग बढ़ी है। जबकि आपूर्ति बढऩे की बजाय ४१ फीसदी घट गई है। वर्ष २०२०-२१ में रबी सीजन के दौरान 1 अक्टूबर से ३० मार्च तक जिले में ८१९२७ मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति की गई थी। जिसमें १२ अक्टूबर तक जिले के १८ हजार ५०७ मीट्रिक टन यूरिया मिल चुका था। जबकि इस वर्ष मांग १ लाख ३ हजार मीट्रिक टन यूरिया की है। जिसके मुकाबले १२ अक्टूबर तक मात्र १० हजार ८११ मीट्रिक टन यूरिया दिया गया है। नतीजतन कई डबल लॉक केंद्रों में स्टॉक खत्म हो गया है। ऐसे में जिले के किसान आसपास के शहरों में यूरिया के लिए भटक रहे हैं।
खाद-बीज की उपलब्धता की समीक्षा-
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बुधवार को बैठक कर खाद की उपलब्धता और वितरण एवं अन्य कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जिले में खाद, बीज की उपलब्धता की समीक्षा कर खाद का सुचारू रूप से वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश कृषि, मार्कफेड एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिले में काम्प्लेक्स खाद एनपीक, एसएसपी का उपयोग करने के लिए अधिक से अधिक बढ़ावा दे। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी करने के निर्देश दिए।
यूरिया के लिए भटक रहे किसान-
जिले में कई जगह भंडारण केंद्रों में यूरिया खत्म हो जाने की वजह से किसान परेशान हो रहे हैं। जिसकी वजह से आसपास के किसान इटारसी कृषि उपज मंडी के पास स्थित मप्र राज्य विपणन संघ के भंडारण केंद्र पर यूरिया और डीएपी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। सिवनीमालवा, सेमरी, बाबई सहित आसपास के तहसील क्षेत्र के किसान यहां यूरिया और डीएपी लेने आ रहे हैं। किसान राजेंद्र मालवीय ने बताया कि सोमवार से चक्कर लगा रहे हैं। बुधवार शाम को यूरिया मिला।
जानिए किसको कितना खाद व भाव…
-यूरिया ४५ किग्रा – भाव २६६.५० रुपए
-डीएपी ५० किग्रा – भाव १२०० रुपए
-किसानों को 1 एकड़ पर दो बोरी यूरिया और एक बोरी डीएपी दिया जाता है।
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२०२०-२१ – में (1 अक्टूबर से ३० मार्च तक)
यूरिया – ८१९७४
डीएपी – ४५६०६
कॉम्पलेक्स – १००३
एसएसपी – ११४३३
पोटास -१८०८
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२०२१-२२ का लक्ष्य-
यूरिया – १०३०००
डीएपी – ४५७००
कॉम्पलेक्स – १५००
एसएसपी – १७०००
पोटास -२०००
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इस वर्ष १२ अक्टूबर तक प्राप्त मात्रा-
यूरिया – १०८११
डीएपी – ७३४९
कॉम्पलेक्स – ३१८५
एसएसपी – ११६०५
पोटास – १९०१
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गत वर्ष १२ अक्टूबर तक प्राप्त मात्रा-
यूरिया – १८५०७
डीएपी – २६९०७
कॉम्पलेक्स – ७३४
एसएसपी – १०७२१
पोटास – २१२६
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जिले का रैक प्लान-
३० अक्टूबर तक आवश्यकता –
यूरिया – २५०००, डीएपी – १५०००
३० नवंबर तक आवश्यकता –
यूरिया – ३४०००, डीएपी – १८०००
३१ दिसंबर तक आवश्यकता –
यूरिया – २५०००, डीएपी – ५०००
३१ जनवरी तक आवश्यकता –
यूरिया – १००००, डीएपी – ००
(मात्रा मीट्रिक टन में)
इनका कहना है…
जिले से १ लाख मीट्रिक टन यूरिया और ५० हजार मीट्रिक टन डीएपी की डिमांड की गई है। लगातार रैक प्राप्त हो रही है। किसानों को किसी भी तरह से परेशान होने की जरूरत नहीं है। यूरिया और डीएपी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। जिन डबल लॉक केंद्रों में यूरिया और डीएपी खत्म हो रहा है, वहां निरंतर रैक आ रही है।
-जेआर हेडाऊ, कृषि उपसंचालक

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